20 फरवरी तक हैं पंचक, नुकसान से बचने के लिए ध्यान रखें ये बातें
अभी पंचक काल चल रहा है। यह 15 फरवरी के दिन से शुरू हुआ था जो 20 फरवरी तक चलेगा। पंचक काल पांच दिन का होता है इसीलिए इसे पंचक कहा जाता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 15 फरवरी को यह शाम 8 बजकर 39 मिनट...
अभी पंचक काल चल रहा है। यह 15 फरवरी के दिन से शुरू हुआ था जो 20 फरवरी तक चलेगा। पंचक काल पांच दिन का होता है इसीलिए इसे पंचक कहा जाता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 15 फरवरी को यह शाम 8 बजकर 39 मिनट पर शुरू हुआ था जो 20 फरवरी को दोपहर 2 बजकर 3 मिनट तक रहेगा। बताया जाता है कि धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, पूर्वभाद्रपद और रेवती नक्षत्र के मेल से बनने वाले योग को पंचक कहा जाता है।
ज्योतिष के अनुसार, शुभ काल और नक्षत्र में किए गए काम का शुभ फल मिलता है लेकिन पंचक को शुभ नहीं माना जाता। इसके लिए पंचक में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करने की मनाही होती है। पंचक के दौरान कोई भी जोखिम भरा काम नहीं करना चाहिए।
बड़े काम करने से बचें
माना जाता है कि पंचक यदि गुरुवार के दिन शुरू होता है तो यह काल ज्यादा अशुभ नहीं होता। इसके बावजूद, बड़े समझौते, बड़े फैसले ज्यादा जोखिम भरे कामों को करने से बचना चाहिए। पंचक में यात्रा करना भी जोखिम भरा माना जाता है। माना जाता है कि ऐसे समय में कोई बड़ा काम करने से नुकसान की आशंका रहती है। इस दौरान बच्चों के मुंडन संस्कार, विवाह के लिए बातचीत आदि नहीं करना चाहिए।