निर्जला एकादशी 2018 आज: जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व
ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा पूरे विधि विधान से की जाती है। निर्जला एकादशी के दिन व्रत रखने के साथ...
जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व
ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा पूरे विधि विधान से की जाती है। निर्जला एकादशी के दिन व्रत रखने के साथ ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम: का 108 बार जप करने से अक्षय पुण्य मिलता है। इस बार निर्जला एकादशी 23 जून 2018 को है। माना जाता है कि इस एक एकदाशी के व्रत से 23 एकादशियों के व्रत का फल मिलता है। ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की 'निर्जला एकादशी' सभी एकादशियों में सबसे सर्वश्रेष्ठ मानी गई है।
एकादशी का समय
23 जून की सुबह 3 बजकर 19 मिनट पर शुरू।
24 जून 2018 की सुबह 3 बजकर 52 मिनट तक प्रभावी।
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पूजन विधि
पूजन विधि
एकादशी तिथि के सूर्योदय से अगले दिन द्वादशी तिथि के सूर्योदय तक जल और भोजन का त्याग किया जाता है। इसके बाद दान, पुण्य आदि कर इस व्रत का विधान पूर्ण होता है। इस दिन सर्वप्रथम भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करें। ओम नमो भगवते वासुदेवायः मंत्र का जाप करें। इस दिन व्रत करने वालों को चाहिए कि वह जल से कलश भरें व सफेद वस्त्र को उस पर रखें और उस पर चीनी तथा दक्षिणा रखकर ब्राह्मण को दान दें। इस दिन कलश और गौ दान का विशेष महत्व है।