Navratri : क्या आप जानते हैं, मां दुर्गा के अस्त्र और उनके पीछे छिपी इन बातों का अर्थ
दुर्गा सप्तशती के अनुसार मां हाथों में अस्त्र धारण कर धरती पर असुरों का संहार करने और धर्म को स्थापित करने के लिए समय-समय पर विभिन्न रूपों में में जन्म लेती रहेंगी।
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नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा- अर्चना होती है। मां दुर्गा शक्ति का रूप है। दुर्गा सप्तशती में कहा गया है कि मां हाथों में अस्त्र धारण कर धरती पर असुरों का संहार करने और धर्म को स्थापित करने के लिए समय-समय पर विभिन्न रूपों में में जन्म लेती रहेंगी।
तो आइए जानते हैं माता के वह 10 अस्त्र कौन से हैं
त्रिशूल -माता ने अपने दाएं हाथ में त्रिशूल धारण कर रखा है। मां दुर्गा को भगवान शिव ने दुष्टों का विनाश करने के लिए अपना त्रिशूल भेंट किया था। त्रिशूल के तीन भाग जीवन के तीन मुख्य गुणों को दर्शाते हैं सत्य ,रज और तम।
सुदर्शन चक्र - मां दुर्गा ने तर्जनी पर सुदर्शन चक्र धारण कर रखा है। भगवान कृष्ण ने मां दुर्गा को अपना सबसे प्रिय अस्त्र भेंट किया था। सुदर्शन चक्र दर्शता है कि ये सम्पूर्ण संसार माता के शक्ति के अधीन है। इस सम्पूर्ण सृष्टि की संचालन मां दुर्गा स्वयं कर रही हैं।
कमल का फूल - मां दुर्गा ने हाथ में कमल का फूल धारण कर रखा है। भगवान ब्रह्मा ने मां दुर्गा को कमल का पुष्प भेंट दिया था। कमल का पुष्प इस बात को दर्शाता है कि कितनी भी बड़ी समस्या क्यों न हो ,हमें अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए। जिस प्रकार कमल का फूल कीचड़ में भी रहकर खुद को स्वच्छ बनाए रखता है। ठीक उसी तरह संसार में चाहे कितनी भी बुराई हो। लेकिन हमें खुद को बेहतर और अच्छा इंसान बनने का प्रयास करना चाहिए
सिंह - मां दुर्गा सिंह की सवारी करती है सिंह जिसे बहुत ही हिंसक प्रवृत्ति का जानवर माना जाता है। यह दर्शाता है कि कोई भी व्यक्ति, कितना भी हिंसक या उग्र क्यों न हो। आप उस पर नियंत्रण हासिल किया जा सकता है।
तीर -धनुष- मां दुर्गा ने हाथों में तीर -धनुष धारण किया हुआ है। जो ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है।
व्रज- व्रज धारण किये हुए माता दृढ़ निश्चय और विश्वास को दर्शाती है। जीवन में कितनी भी कठिन समस्या उत्पन्न क्यों न हो जाए हमें हिम्मत हारे बिना उन परिस्थितियों का सामना करना चाहिए।
तलवार- भगवान गणेश ने मां दुर्गा को तलवार भेंट की थी। जो समझदारी और ज्ञान प्रतीक है। तलवार की नोंक और उसकी चमक बुद्धिमत्ता और ज्ञान को दर्शाती हैं।
भाला - मां दुर्गा एक हाथ में भाला थामे हुए दिख रही है जो भगवान अग्नि मां दुर्गा को भेंट किया था।
कुल्हाड़ी- भगवान विश्वकर्मा ने अपनी रक्षा और दुष्टों का एक साथ खत्म करने के लिए कुल्हाड़ी भेंट की थी। यह बुराई से बिना डरे लड़ने को दिखलाता है।