Mauni Amavasya 2023: संगम स्नान के लिए 2800 बसें तैयार, श्रद्धालुओं को नहीं करना होगा इंतजार
Mauni Amavasya 2023 Snan : मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं के लिए रोडवेज ने भी खास तैयारी की है। श्रद्धालुओं को लाने, ले जाने के लिए 2800 बसों का संचालन होगा। रोडवेज ने करीब सौ रूटों पर बसों को चलाने की

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Mauni Amavasya 2023 Snan : मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं के लिए रोडवेज ने भी खास तैयारी की है। श्रद्धालुओं को लाने, ले जाने के लिए 2800 बसों का संचालन होगा। रोडवेज ने करीब सौ रूटों पर बसों को चलाने की तैयारी की है। जरूरत पड़ने पर कई और मार्गों पर बसें भेजी जाएंगी। 24 घंटे निगरानी के लिए कंट्रोल रूम में कई अधिकारियों की तैनाती हुई है। सवारी भरते ही हर पंद्रह मिनट में बसों को रवाना किया जाएगा।
2800 में से 200 बसें रिजर्व रहेंगी। रेलवे स्टेशन के लिए खुसरोबाग, पत्थर गिरजाघर व सिविल लाइंस बस अड्डों से भी बसों का संचालन होगा। सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या के लिए प्रदेश भर के रोडवेज अधिकारियों की ड्यूटी प्रयागराज में लगाई गई है। प्रयागराज, गोरखपुर, आजमगढ़, वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूटधाम, कानपुर, लखनऊ, देवीपाटन, झांसी आदि के क्षेत्रीय प्रबंधकों की ड्यूटी प्रयागराज में लगी है। क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी के मुताबिक, 2800 चलाई जाएंगी।
कहां से किस रूट की मिलेंगी बसें:
- झूंसी बस स्टेशन से गोरखपुर-देवरिया मार्ग, आजमगढ़-मऊ मार्ग, बदलापुर-टांडा मार्ग, वाराणसी जौनपुर मार्ग पर बसें चलाई जाएंगी।
- सिविल लाइंस पत्थर गिरजा के पास से रायबरेली, लखनऊ, अयोध्या, गोंडा, बहराइच, कानपुर और सरायअकिल मार्ग पर बसें चलेंगी।
- नैनी लेप्रेसी मिशन चौराहा से बांदा- चित्रकूट मार्ग, रीवा-सीधी मार्ग, विंध्याचल-मिर्जापुर- शक्तिनगर मार्ग पर बसों का संचालन होगा।
- सिविल लाइंस, जीरो रोड बस स्टेशन से भी बसें चलेंगी।
श्रद्धालुओं की मदद वॉलंटियर करेंगे
मेला रूट की जानकारी और बसों की जानकारी देने के लिए बस स्टैंड पर वॉलंटियर की डयूटी भी लगाई गई है। झूंसी और सिविल लाइन स्टैंड पर खास फोकस रहेगा।
Mauni Amavasya 2023 Date:
हिंदू पंचांग के अनुसार, 21 जनवरी 2023, शनिवार को माघी अमावस्या, मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या है। अमावस्या के दिन शनिवार होने के कारण इस दिन शनिचरी अमावस्या का संयोग बन रहे हैं। इसके साथ ही माघ मास की अमावस्या पर सालों बाद खप्पर योग, चतुरग्रही योग, षडाष्टक योग व समसप्तक योग का शुभ अद्भुत संयोग बन रहा है। शनिचरी अमावस्या को शनि ग्रह से संबंधित उपायों के लिए बेहद लाभकारी माना गया है।
