ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News AstrologyMauni Amavasya 2022 When is Mauni Amavasya Know here the Magh Amavasya date importance fasting rules and what to do on this day Astrology in Hindi

Mauni Amavasya 2022: मौनी अमावस्या कब है? यहां जानिए तारीख, महत्व, व्रत नियम व इस दिन क्या करना चाहिए

मौनी अमावस्या इस साल 1 फरवरी 2022, दिन मंगलवार को है। माघ महीने में पड़ने वाली अमावस्या को माघी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान व भगवान...

Mauni Amavasya 2022: मौनी अमावस्या कब है? यहां जानिए तारीख, महत्व, व्रत नियम व इस दिन क्या करना चाहिए
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीTue, 25 Jan 2022 09:57 AM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

मौनी अमावस्या इस साल 1 फरवरी 2022, दिन मंगलवार को है। माघ महीने में पड़ने वाली अमावस्या को माघी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान व भगवान विष्णु की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है और ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन स्नान, दान व तप के अलावा व्रत कथा का पाठ करने के बाद ही पूर्ण फल मिलता है।\

मौनी अमावस्या के दिन क्या करना चाहिए दान-

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन तेल, तिल, सूखी लकड़ी, कपड़े, गर्म वस्त्र, कंबल और जूते दान करने का विशेष महत्व है। कहते हैं कि जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा नीच का होता है, उन्हें इस दिन दूध, चावल, खीर, मिश्री और बताशा दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।

शनि की मकर राशि में बन रहा पंचग्रही योग, कुंभ समेत इन 3 राशियों के लोग रहें सावधान

मौनी अमावस्या का महत्व-

शास्त्रों के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन मौन धारण करने से विशेष ऊर्जा की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या पर गंगा नदी में स्नान करने से दैहिक (शारीरिक), भौतिक (अनजाने में किया गया पाप), दैविक (ग्रहों, गोचरों का दुर्योग) तीनों प्रकार पापों से मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि इस दिन सभी देवी-देवता गंगा में वास करते हैं, जो पापों से मुक्ति देते हैं।

आने वाले 5 दिन इन राशि वालों के साबित हो सकते हैं लकी, क्या लिस्ट में शामिल है आपकी राशि?

मौनी अमावस्या व्रत नियम-

1.  मौनी अमावस्या के दिन सुबह स्नान नदी, सरोवर या पवित्र कुंड में स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए।
2.  इस दिन व्रत रखकर जहां तक संभव हो मौन रहना चाहिए। गरीब व भूखे व्यक्ति को भोजन अवश्य कराएं।
3.  अनाज, वस्त्र, तिल, आंवला, कंबल, पलंग, घी और गौ शाला में गाय के लिए भोजन का दान करें।
4.  यदि आप अमावस्या के दिन गौ दान, स्वर्ण दान या भूमि दान भी कर सकते हैं।
5.  हर अमावस्या की भांति माघ अमावस्या पर भी पितरों को याद करना चाहिए। इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें