महाशिवरात्रि 2021: भगवान शिव को न चढ़ाएं ये 5 चीजें, रूठ सकते हैं भोलेनाथ
Mahashivratri 2021: काल के भी काल यानी महाकाल भगवान शिव की उपासना का पर्व महाशिवरात्रि इस साल 11 मार्च 2021 को मनाई जाएगी। इस मौके पर अपने आराध्य भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त अनेकों जतन...
Mahashivratri 2021: काल के भी काल यानी महाकाल भगवान शिव की उपासना का पर्व महाशिवरात्रि इस साल 11 मार्च 2021 को मनाई जाएगी। इस मौके पर अपने आराध्य भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त अनेकों जतन करेंगे। इसे दिन कोई व्रत करता है तो कई प्रसिद्ध शिव मंदिर में पैदल चलकर रुद्राभिषेक करता है। भगवान शिव की पूजा में बिल्वपत्र, धतूर, फूल फल आदि चीजें शिवलिंग पर चढ़ाई जाती हैं। मान्यता है कि इससे भगवान शंकर बहुत ही प्रसन्न होते हैं और भक्त की मनोकामना पूर्ण करते हैं। लेकिन क्या आप चाहते हैं कुछ ऐसी भी पूजा की चीजें हैं भगवान शिव को नहीं अर्पित की जातीं? मान्यता है कि हर देवी-देवता में चढ़ने वाली तुलसी और सिंदूर चीजें भोलेनाथ को नहीं चढ़ानी चाहिए। ऐसा करने पर भगवान शिव प्रसन्न होने की बजाय आप से रूठ सकते हैं।
शिव पर न चढ़ाएं ये 5 चीजें:
1- तुलसी : कथाओं के अनुसार, तुलसी मां लक्ष्मी का स्वरूप है यानी भगवान विष्णु की अर्धांगिनी हैं। भगवान विष्णु (शालिग्राम) की पूजा में ही सदैव तुलसी का प्रयोग किया जाता है। लेकिन शिवलिंक पर तुलसी का प्रयोग वर्जित है।
2- सिंदूर : सिंदूर एक प्रकार से शृंगार की वस्तु है जोकि सभी देवियों को चढ़ाया जाता है। चूंकि भगवान शिव का वैरागी हैं और उन्हें महाकाल माना गया है इसलिए सिंदूर नहीं चढ़ाया जाता।
3- नारियल पानी : भगवान शिव को अर्पित की गई वस्तु का प्रसाद नहीं लिया जाता है जैसे कि बाकी देवताओं की पर चढ़ी चीजों को प्रसाद में लेते हैँ। इसलिए शिवलिंग पर नारियल पानी नहीं चढ़ाना चाहिए।
4- केतकी के फूल : कथाओं के अनुसार, एक बार केतकी फूल ने भगवान ब्रह्मा का झूठ में साथ दिया था जिसे जानकर भगवान शिव ने क्रोध में केतकी फूल को श्राप दिया था। तब से इस फूल को शिवलिंग में नहीं चढ़ाया जाता।
5- हल्दी : सभी देवी-देवताओं की पूजा में हल्दी या हल्दी चावल का प्रयोग देखा जाता है। लेकिन कुछ विद्वानों का मानना है कि हल्दी सौभाग्य का प्रतीक है तो विनाश के देवता भगवान शिव को नहीं अर्पित की जाती।