चंद्रग्रहण : अपने घरों में स्थित मंदिरों के पट भी रखें बंद
31 जनवरी को सम्पूर्ण भारत में चंद्रग्रहण के दौरान सभी मंदिर सुबह 7.30 सूतक लगने के कारण बंद हो जाएंगे और पूरे दिन बंद ही रहेंगे। चन्द ग्रहण के कारण आप भी ध्यान रखें, जिनके घर में मंदिर में कोई...
31 जनवरी को सम्पूर्ण भारत में चंद्रग्रहण के दौरान सभी मंदिर सुबह 7.30 सूतक लगने के कारण बंद हो जाएंगे और पूरे दिन बंद ही रहेंगे। चन्द ग्रहण के कारण आप भी ध्यान रखें, जिनके घर में मंदिर में कोई भी भगवान विराजमान हैं, उस दिन वे अपने मंदिर के पट बंद ही रखें।
साल का सबसे पहला ग्रहण चंद्रग्रहण होगा, जो जनवरी माह की 31 तारीख को लगेगा। माघ शुक्ल पूर्णिमा के दिन होने वाला यह ग्रहण खग्रास चंद्रग्रहण होगा। यह संपूर्ण भारत में दिखाई देगा। 31 जनवरी की शाम को 5 बजकर 18 मिनट पर प्रारंभ होने वाला यह ग्रहण रात्रि 8 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगा। इस तरह ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 24 मिनट रहेगी। पूर्वी भारत, असम, नागालैंड, मिजोरम, सिक्किम तथा बंगाल के पूर्वी क्षेत्र में ग्रहण प्रारंभ होने के पहले ही चंद्रोदय हो जाएगा। इसलिए इन प्रदेशों खग्रास रूप में चंद्रग्रहण पूरा दिखाई देगा।
गायत्री मंत्र का जाप
शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण में किया जाने वाला जप, तप, पूजा आदि करने से पुण्य तो मिलता ही है। जातक के सभी पाप भी नष्ट हो जाते हैं। ग्रहण लगने पर किया जाने वाला दान सर्वोच्च माना जाता है। इससे कंडली के कई दोष भी कटते हैं।
वैसे तो चंद्रग्रहण राशियों के हिसाब से अलग-अलग प्रभाव डालेगा लेकिन इस दौरान गायत्री मंत्र जाप करते रहने से प्रत्येक राशि के सभी दोषों का निवारण हो जाएगा। इसके अलावा हनुमान चालीसा और हनुमान जी के मंत्रोच्चारण का भी विशेष महत्व है। ग्रहण के नाकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए घर अथवा दफ्तर के मुख्य दरबार ऊं या स्वास्तिक का चिह्न जरूर बनाएं।