ऐसे चमकाएं अपना भाग्य, ये हैं आसान उपाय
प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि वह हमेशा खुश रहे, धन्य-धान्य ही युक्त रहे और परिवार एवं समाज में यश -प्रतिष्ठा मिलती रहे, लेकिन सदा ऐसा नहीं होता है। व्यक्तियों के जीवन में अनेक विसंगतियां होती हैं।...
प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि वह हमेशा खुश रहे, धन्य-धान्य ही युक्त रहे और परिवार एवं समाज में यश -प्रतिष्ठा मिलती रहे, लेकिन सदा ऐसा नहीं होता है। व्यक्तियों के जीवन में अनेक विसंगतियां होती हैं। अनेक प्रयत्न करने के बाद भी पैसा पास में नहीं टिकता। पैसा आने से पहले ही खर्च हो जाता है अथवा हमेशा पैसे का अभाव सा बना रहता है। हमारा भाग्य साथ देता रहे, इसके लिए हर गुरु पुष्य योग में यह उपाय अवश्य करें। इस बार यह गुरु पुष्य योग 25 फरवरी 2021 को बन रहा है। गुरु पुष्य योग में बरगद के कुछ पत्ते लाएं। उनमें से तीन साफ पत्ते लेकर एक पर हल्दी से स्वास्तिक बनाएं, दूसरे पत्ते पर केसर एवं गंगाजल से ॐ बनाएं और तीसरे पत्ते पर रोली गंगाजल से श्रीं बनाकर घर के मंदिर में रखें। धूप-दीप से पूजन करें और अपने जीवन की सभी कठिनाइयों से मुक्ति एवं आर्थिक समृद्धि की कामना करें। फिर जिस पत्ते पर श्रीं लिखा है उसे चांदी के सिक्के के साथ धन रखने के स्थान पर रख दें। बाकी दोनों पत्ते मंदिर में ही रखें। यदि पत्ते अधिक हैं तो बंदनवार बनाकर मुख्य द्वार पर लगा दे। इसके प्रभाव से आश्चर्यजनक चमत्कार होगा। अपने निवास स्थान के मुख्य द्वार के अंदर मां लक्ष्मी जी की ऐसी तस्वीर लगा दे जिसमें लक्ष्मी मां के पीछे हाथी स्वर्ण की वर्षा कर रहे हो। उपरोक्त उपाय के अलावा दुर्भाग्य को दूर करने के लिए कुछ उपाय और करें।
यह भी पढ़ें: Vijaya Ekadashi 2021: विजया एकादशी कब है? नोट कर लें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि व व्रत कथा
1. सात शुक्रवार अपनी धर्मपत्नी के हाथ से सात सुहागिन महिलाओं को सुहाग सामग्री उपहार में दिलाएं। इससे आर्थिक और मानसिक परेशानी दूर होती हैं।
2. सोमवार या बुधवार के दिन 108 आटे की गोली बनाएं और उनमें राम नाम लिख करके छोटी छोटी पर्ची डाल दें। इसके पश्चात गोलियों पर सरसों के तेल का हल्का सा लेप करके मछलियों को खिलाने से सोया भाग्य जान जाता है।
3. किसी भी पेड़ पर नियमित रूप से जल चढ़ाएं और शनिवार को मीठा जल पीपल पर चढ़ाएं। कुछ दिनों बाद आपको अनुभव होगा कि आपका दुर्भाग्य दूर हो रहा है।
4. रसोई घर में 40 दिन लगातार एक समय भोजन करें। प्रातः काल उठते ही घर की छोटी कन्या, बूढ़ी मां या गुरु को नमन करके उनका आशीर्वाद लें।
5. किसी भी सफाई कर्मी, श्रमिक वर्ग, वृद्ध पुरुष और हिजड़े का अपमान न करें और ना ही उन्हें अपशब्द बोले क्योंकि इनका संबंध हमारे भाग्य से प्रत्यक्ष रूप से होता है। इनको प्रसन्न करने से हमारा भाग्य जागने लगता है। इसलिए इनका सम्मान करें, उपहार आदि से प्रसन्न करें तो हमारा सौभाग्य जागने लगेगा।
(ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)