सक्सेस मंत्र: संयम से काम लें सफलता आपके कदम चूमेगी
बहुत समय पहले की बात है एक वृद्ध वन में एक वृक्ष तले विश्राम करने रुके। उन्हें प्यास लगी थी। उनका सहयोगी आनंद पास की पहाड़ी पर झरने से पानी लेने गया। उसने देखा कि झरने से अभी-अभी कई गाड़ियां निकली थी...
बहुत समय पहले की बात है एक वृद्ध वन में एक वृक्ष तले विश्राम करने रुके। उन्हें प्यास लगी थी। उनका सहयोगी आनंद पास की पहाड़ी पर झरने से पानी लेने गया। उसने देखा कि झरने से अभी-अभी कई गाड़ियां निकली थी और उसका पानी गंदा हो गया था। तब आनंद उसका पानी बिना लिए लौट आया।
उसने वृद्ध से कहा, झरने का पानी साफ नहीं है, मैं पीछे लौट कर नदी से पानी ले आता हूं। नदी बहुत दूर थी। तब वृद्ध ने उसे झरने का पानी ही लाने को वापस लौटा दिया। आनंद थोड़ी देर में फिर खाली लौट आया। पानी उसे लाने जैसा नहीं लगा। पर वृद्ध ने उसे इस बार भी वापस लौटा दिया। तीसरी बार आनंद जब झरने पर पहुंचा, तो देखकर चकित हो गया। झरना अब बिलकुल निर्मल और शांत हो गया था। सारा कचरा बैठ गया था।
यही स्थिति हमारे साथ भी होती है। कई बार जीवन में ऐसी परिस्थिति आती है जब में दिमाग में उथल-पुतल हो जाती है। कुछ भी काम सही नहीं होता। लेकिन शांति और धीरज से काम करें तो आपको जरूर सफलता मिलेगी।