Kaal bhairava : भगवान काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए करें यह खास उपाय, दूर होगी हर परेशानी
इस महीने काल भैरव अष्टमी 16 नवंबर, बुधवार को मनाई जाएगी। काल भैरव भगवान शिव का पांचवां अवतार है। जिसे काशी का कोतवाल भी कहते हैं। भगवान काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाए।

हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाती है। शिव भक्तों के लिए या दिन बेहद महत्व खास माना जाता है। इस महीने काल भैरव अष्टमी 16 नवंबर, बुधवार को मनाई जाएगी। काल भैरव भगवान शिव का पांचवां अवतार है। जिसे काशी का कोतवाल भी कहते हैं।
इस दिन भगवान भैरव को प्रसन्न करने के लिए करें ये खास उपाय-
1. काल भैरव अष्टमी के दिन घर में काल भैरव यंत्र की स्थापना कर उसकी रोज पूजा करें। काल भैरव की पूजा के लिए ॐ काल भैरवाय नमः मंत्र का जाप करें। जिससे भगवान काल भैरव प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
2. काल भैरव जयंती के दिन भैरव मंदिर में रात 12 बजे जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाकर भगवान भैरव को नीले रंग के पुष्प चढ़ाने चाहिए। ऐसा करने से भगवान भैरव प्रसन्न होते हैं।
3. कालअष्टमी के दिन भगवान काल भैरव को दही और गुड़ का भोग के साथ सिंदूर और तेल चढ़ाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान काल भैरव की भक्तों को सीधा भगवान शिव के चरणों में स्थान मिलता है।
4. यदि किसी व्यक्ति को शनि और राहु ग्रह को वजह से तरह - तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है या किसी भी तरह की आर्थिक व शारीरिक समस्या उसे परेशान कर रही है तो उस व्यक्ति को भगवान काल भैरव की आराधना अवश्य करनी चाहिए। ऐसा करने से भगवान काल भैरव उसके सभी दुखों को हर लेते हैं और उसे किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता
पूजा का शुभ मुहूर्त- काल भैरव अष्टमी तिथि 16 नवंबर 2022 को सुबह 05:49 पर से प्रारंभ होगी जो 17 नवंबर शाम 07:57 तक रहेगी।