Jitiya Vrat 2019: 21-22 जानें किस दिन है ये व्रत, पूजा और पारण का समय भी जान लें
Jitiya 2019 Date:महिलाएं अपने पुत्र की अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए जितिया व्रत का उपवास करती हैं। यह व्रत खासतौर पर बिहार और उत्तरप्रदेश में रखा जाता है। जीवित्पुत्रिका या जिउतिया व्रत आज नहाय-काय...
Jitiya 2019 Date:महिलाएं अपने पुत्र की अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए जितिया व्रत का उपवास करती हैं। यह व्रत खासतौर पर बिहार और उत्तरप्रदेश में रखा जाता है। जीवित्पुत्रिका या जिउतिया व्रत आज नहाय-काय के साथ शुरू हो गया है । इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला उपवास करती हैं। इस बार जितिया व्रत की तारीख को लेकर असंमजस बना हुआ है कि यह 21 को है या 22 तारीख को।
22 सितंबर या 23 सितंबर कब है व्रत-
शनिवार को व्रत रखने वालों के लिए अपराह्न 3:43 से अष्टमी प्रारम्भ है। जबकि 22 सितंबर रविवार को अपराह्न 2:49 तक रहने वाला है। ऐसे में अष्टमी को देखते हुए उससे पहले उपवास रखना चाहिए और जिसेक खत्म होने के बाद ही पारण करना चाहिए।
वहीं दूसरे मत के अनुसार, अष्टमी तिथि 22 सितंबर को अपराह्न 2: 39 बजे तक है। उदया तिथि अष्टमी रविवार 22 सितंबर को ही पड़ रही है। जिसके अनुसार जीवित्पुत्रिका का व्रत 22 सितंबर को रखना अच्छा रहेगा। जिसके बाद अगले दिन नवमी में पारण किया जाना चाहिए। ऐसे में 3 दिन के इस व्रत का समापन सोमवार को पारण के साथ होगा।
उपवास की शुरुआत मछली खाने से -
हिंदू धर्म में पूजा पाठ के दौरान आमतौर पर मांसाहार करना वर्जित माना जाता है। लेकिन बिहार के कई क्षेत्रों में जितिया व्रत के उपवास की शुरूआत मछली खाने से होती है। इस मान्यता के पीछे चील और सियार से जुड़ी जितिया व्रत की एक पौराणिक कथा है।