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गणेश चतुर्थी 2017: यहां हुआ था भगवान गणेश का जन्म

देवभूमि उत्तराखंड में उत्तरकाशी से 40 किमी दूर स्थित डोडीताल विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यहां भगवान श्रीगणेश का जन्म हुआ था। डोडीताल में मां अन्नपूर्णा का सदियों पुराना...

गणेश चतुर्थी 2017: यहां हुआ था भगवान गणेश का जन्म
लाइव हिन्दुस्तान टीम  ,मेरठFri, 25 Aug 2017 03:47 PM
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देवभूमि उत्तराखंड में उत्तरकाशी से 40 किमी दूर स्थित डोडीताल विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यहां भगवान श्रीगणेश का जन्म हुआ था। डोडीताल में मां अन्नपूर्णा का सदियों पुराना मंदिर है। यहां मां पार्वती की पूजा मां अन्नपूर्णा के रूप में की जाती है। 

कहा जाता है कि अन्नपूर्णा मंदिर में भगवान गणेश के दर्शन के बाद चार धाम यात्रा बाधा रहित संपन्न हो जाती है। डोडीताल को माता पार्वती का स्‍नान स्‍थल माना जाता है। माता पार्वती एक बार जब स्नान के लिए जा रही थी तो उन्होंने बाल गणेश को कह दिया कि किसी को अंदर न आने दें। बाल गणेश पहरेदारी कर रहे थे कि भगवान शिव आ पहुंचे। बाल गणेश ने भगवान शिव को रोका तो भगवान शिव ने क्रोध में आकर बाल गणेश का सिर धड़ से अलग कर दिया। 

माता पार्वती ने जब यह देखा तो भगवान शिव को बताया कि ये तो आपका ही पुत्र है और मेरी ही आज्ञा का पालन कर रहा था। आप इसे जीवित कीजिए। फिर भगवान शिव ने हाथी के बच्चे का सिर बाल गणेश के धड़ से जोड़ दिया। पुराणों के अनुसार ये घटना डोडीताल में ही हुई थी। गणेश चतुर्दशी पर डोडीताल में मां अन्नपूर्णा मंदिर में विशेष पूजा अर्चना के साथ जागरण का आयोजन होता है।  

इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैंजिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।

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