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Hajj 2020: काबा को छूने और चूमने पर प्रतिबंध, इस बार पाबंदियों के साथ ऐसे शुरू हुआ हज

कोरानावायरस महामारी के बीच इस बार बहुत ही कम भीड़ और बहुत सारी पाबंदियों के साथ मुसलमानों द्वारा की जाने वाली सलाना हज यात्रा बुधवार से शुरू हो गई।  हज को इस्लाम का पांचवां स्तम्भ माना जाता...

Hajj 2020: काबा को छूने और चूमने पर प्रतिबंध, इस बार पाबंदियों के साथ ऐसे शुरू हुआ हज
एजेंसी,मक्का (सऊदी अरब)Thu, 30 Jul 2020 09:40 PM
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कोरानावायरस महामारी के बीच इस बार बहुत ही कम भीड़ और बहुत सारी पाबंदियों के साथ मुसलमानों द्वारा की जाने वाली सलाना हज यात्रा बुधवार से शुरू हो गई। 

हज को इस्लाम का पांचवां स्तम्भ माना जाता है। प्रत्येक मुसलमान जो हज करने में सक्षम होता है वह अपने जीवन में एक बार हज करने जरूर जाता है। अल जजीरा के अनुसार, 10 हजार लोग जो पहले से ही सऊदी अरब में रह रहे हैं वही इस साल के पांच दिवसीय हज में भाग लेंगे। पिछले साल यहां करीब 25 लाख लोग हज करने पहुंचे थे।

इस बार मक्का में अंतरराष्ट्रीय हजयात्रियों पर पाबंदी लगी है। पिछले सालों की हज यात्रा को देखेंगे तो पाएंगे कि हजारों लोग काबा के आसपास नजर आया करते थे। काबा मक्का की सबसे बड़ी और पवित्र मस्जिद के बिल्कुल बीच में स्थिति है। इस बार कुछ लोगों को एक बार में काबा तक जाने की अनुमति दी गई है। कोरोना से पहले हजयात्री काबा को छुआ करते थे और चूमा करते थे। लेकिन कोरोना काल में इस बार काबा को छूने व उसे चूमने पर पाबंदी लगा दी गई है।

सऊदी अरब के जन सुरक्षा निदेशक खालिद बिन करार अल हर्बी ने कहा, ऐसा किसी सुरक्षा खतरे की वजह से नहीं बल्किल हजयात्रियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए किया गया है।'

जिन लोगों को इस साल हत्र करने के लिए चुना गया है उन्हें काबा पहुंचने देने से पहले कुछ दिन क्वारंटाइन पर रखा गया है। उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। इसके बाद ही बुधवार को उन्हें मक्का की मुख्य मस्जिद में हज के लिए प्रवेश दिया गया। सऊदी अरब की मीडिया ने दिखाया है कि यहां सफाईकर्मी लगातार मस्जिद को सैनिटाइज कर रहे हैं। प्रशासन ने प्रत्येक हजयात्री पर निगाह रखने के लिए उसे इलेक्ट्रॉनिक बैंड पहनाया है और उनके समान में भी इलेट्रॉनिक बैंड लगाया है जिससे कि पता लगाया जा सके कि वह कब - कहां जा रहे हैं।

इस बार काबा को हाथ से छूने व उसे चूमने पर पाबंदी लगा दी गई है। साथ हजयात्रियों को हर हाल में 1.5 मीटर की दूरी बनाकर रहने को कहा गया है। मक्का के अधिकारियों अनुसार, इस बार हजयात्रा में भाग लेने वाले 70 फीसदी वे विदेशी हैं जो यहां पहले से ही रह रहे हैं।

 

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