2022 में गुरु गोचर से होंगे कई बड़े बदलाव, ज्योतिषाचार्य से जानिए भारत पर क्या पड़ेगा असर
देवगुरु वृहस्पति ने 21 नवंबर 2021 को मकर राशि में शनि को छोड़ कुंभ में प्रवेश किया है। यानी ज्ञान के देव वृहस्पति न्याय के स्वामी शनि देव की राशि कुंभ में विराजमान हैं। शनि अपनी ही राशि मकर में...
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देवगुरु वृहस्पति ने 21 नवंबर 2021 को मकर राशि में शनि को छोड़ कुंभ में प्रवेश किया है। यानी ज्ञान के देव वृहस्पति न्याय के स्वामी शनि देव की राशि कुंभ में विराजमान हैं। शनि अपनी ही राशि मकर में स्थित हैं और 27 अप्रैल 2022 तक मकर में रहेंगे। अत: कोरोना की तीसरी लहर आना तय है। आगामी वर्ष में जनवरी से अप्रैल के बीच कई देशों को लॉकडाउन का सामना करना पड़ सकता है। भारत में इसका असर कम होगा, पर यहां भी कई हिस्सों में लॉकडाउन का सामना करना पड़ेगा। अगर ऐसा नहीं होता है, तो इसका असर बड़े स्तर की राजनीतिक गतिविधियों पर दिखाई दे सकता है।
व्यापार के क्षेत्र में आएगी तेजी
● वर्ष 2022 की जनवरी से मई तक तेल व खाद्यान्नों के दामों में कमी आएगी। फार्मा इंडस्ट्री उछाल पर होगी। अप्रैल माह के बाद रियल एस्टेट, लोहा और सीमेंट के दामों में वृद्धि होगी।
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शिक्षा में रहेगी अच्छी स्थिति
● 14 अप्रैल के बाद गुरु अपनी राशि मीन में प्रवेश करेंगे, अत: भारत का शिक्षा और तकनीक के क्षेत्र में विश्व पटल पर अच्छा नाम होगा। कई भारतीयों को शिक्षा व तकनीक के क्षेत्र में विश्व स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। हो सकता है कि शिक्षा, शोध या तकनीक में भारतीय मूल के किसी वैज्ञानिक को नोबेल प्राइज मिले।
● इसी के साथ, आईटी, डिजिटल प्लेटफॉर्म भी अच्छा व्यापार करेंगे।
आपदाओं से हो सकता है सामना
● जनवरी से जून तक विश्व के किसी हिस्से में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आ सकती है। एक या दो बड़ी हवाई दुर्घटनाएं हो सकती हैं। किसी बड़ी मशहूर शख्सीयत की मृत्यु की खबर भी मिल सकती है।