Guru Ka Rashi Parivartan 2020: 12 साल बाद गुरु ने किया मकर राशि में प्रवेश, इन 4 राशि के जातकों की चमकने वाली है किस्मत, हर क्षेत्र में मिलेगी कामयाबी
Guru Ka Rashi Parivartan 2020: आज यानी 30 मार्च, सोमवार से गुरु ग्रह मकर राशि में प्रवेश कर चुके है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु ग्रह को ज्ञान और सत्कर्म का कारक माना जाता है। वहीं बात अगर धार्मिक...
Guru Ka Rashi Parivartan 2020: आज यानी 30 मार्च, सोमवार से गुरु ग्रह मकर राशि में प्रवेश कर चुके है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु ग्रह को ज्ञान और सत्कर्म का कारक माना जाता है। वहीं बात अगर धार्मिक शास्त्रों की करें तो बृहस्पति देव देवताओं के गुरु माने जाते हैं। गुरु के मकर राशि में प्रवेश करने से पिछले चार महीनों से चल रहा गुरु-केतु का योग खत्म हो गया है। बता दें, गुरु मकर राशि में 10 अप्रैल तक बने रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इसके बाद एक से डेढ़ महीने के भीतर लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रभाव कम देखने को मिल सकता है। गुरु के इस गोचर के कारण 4 खास राशियों की किस्मत बदलने वाली है। आइए जानते हैं चैत्र नवरात्र के बीच गुरु का यह राशि परिवर्तन किन चार राशियों के लिए किस्मत की चाबी लेकर आ रहा है।
वृष राशि-
वृष राशि के लिए गुरु का यह राशि परिवर्तन आने वाले कुछ महीनों में भाग्य वृद्धि के लिहाज से बेहतर साबित होने वाला है। इस राशि के लोग धर्म-कर्म और दान पूर्ण में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए नजर आएंगे। साथ ही लोगों को संतान संबंधी चिंताओं से मुक्ति मिलेगी। वृष राशि को गुरु के इस राशि परिवर्तन से आकस्मिक धन की भी प्राप्ति हो सकती है।
कन्या राशि-
गुरु के इस राशि परिवर्तन से कन्या राशि के विद्यार्थियों के लिए यह समय बेहतर सिद्ध होगा। शिक्षा-प्रतियोगिता में सफलता की संभावना बढ़ेगी किंतु अच्छे अंक प्राप्ति के लिए और मेहनत का हाथ थामे रखें। समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी, संतान संबंधी चिंता दूर होगी।
सिंह राशि-
सिंह राशि से छठे शत्रुभाव में यह ग्रह-गोचर रोग और शत्रुओं से मुक्ति दिलाएगा। गुरु के इस राशि परिवर्तन की वजह से सिंह राशि के जातकों को लंबे समय से रुके हुए धन की प्राप्ति होगी। कोर्ट कचहरी के मामले में निर्णय आपके पक्ष में आ सकते हैं।
वृश्चिक राशि-
राशि से पराक्रम भाव में ये त्रिग्रही योग आपके साहस एवं पराक्रम की वृद्धि करेगा अपनी उर्जा शक्ति के बल पर विषम हालात को भी सामान्य कर लेंगे। योजनाओं को जब तक पूर्ण कर लें उसे सार्वजनिक ना करें।