Gemstones:राहु के अशुभ प्रभावों को कम करता है गोमेद, जानें इसके चमत्कारिक फायदे
रत्न शास्त्र के अनुसार, गोमेद रत्न राहु के अशुभ फल और शनिदोष से होने वाले जीवन की हर समस्याओं को दूर करने में काफी चमत्कारी रत्न माना जाता है, लेकिन इसे धारण करने से पहले कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें।

Gemstones: रत्न शास्त्र के अनुसार, गोमेद राहु का रत्न माना गया है। कुंडली में राहु के अशुभ प्रभाव और शनिदोष करने के लिए गोमेद रत्न धारण किया जाता है। गोमेद पहनने से राहु की महादशा और शनि के दुष्प्रभावों से छुटकारा मिलता है और व्यक्ति के जीवन में आने वाली सभी दुख और संकट दूर होते हैं। इस रत्न के फायदे और नुकसान दोनों हो सकते हैं। इसलिए ज्योतिषीय सलाह के बिना गोमेद धारण करने से बचें। चलिए जानते हैं कि किन लोगों को गोमेद पहनना चाहिए और इसके क्या फायदे हैं?
किन्हें धारण करना चाहिए गोमेद?
वकालत, जासूस, न्याय और राजनिति से जुड़े लोगों के लिए गोमेदर धारण करना शुभ साबित होगा, लेकिन व्यापारियों को गोमेद पहनने करने से बचना चाहिए।
जिन लोगों की राशि या लग्न मिथुन, तुला, मकर, कुंभ या वृष राशि हों, उन्हें गोमेद पहनना चाहिए। इससे लाभ मिलेगा।
जिस व्यक्ति की कुंडली में राहु उच्च स्थान पर बैठे होते हैं, ऐसे लोगों को गोमेद रत्न पहनना चाहिए। इससे आपके सभी बिगड़ते काम बनने लगेंगे और धन लाभ के योग बनेंगे।
कुंडली में राहु पहले, चौथे, पांचवें, सातवें, नौवें और दसवें भाव में होने पर भी गोमेद रत्न धारण करना मंगलकारी माना जाता है। इससे कुंडली में राहु की स्थिति मजबूत होती है।
गोमेद रत्न धारण करने का तरीका
गोमेद रत्न को आप अष्टधातु या चांदी की अंगूठी में पहन सकते हैं। इसे शनिवार के दिन पहनना शुभ माना गया है। इसलिए शुक्रवार को गंगाजल, दूध और शहद को मिलाकर अंगूठी इस मिश्रण में रख दें। अगली सुबह स्नान करने के बाद साफ कपड़े से अंगूठी को पोछ लें और 108 बार 'ऊँ रां राहवे नमः' मंत्र का जाप करें और अंगूठी को कनिष्का उंगली में धारण कर लें।
गोमेद रत्न के फायदे
चमक जाएगी किस्मत: गोमेद रत्न धारण करने से शुभ कार्यों में आ रही सभी बाधाएं दूर होंगी और अगर आपको सभी कामों में सफलता प्राप्त होगी। शत्रुओं को पराजित करने में यह रत्न चमत्कारिक माना जाता है।
प्रेम-संबंधों में मधुरता: रत्न शास्त्र के अनुसार, गोमेद रत्न पहनने से वैवाहिक जीवन में आ रही दिक्कतें दूर होती हैं और व्यक्ति की मैरिड लाइफ में खुशहाली आती है। साथ ही यह रत्न रिश्तों में प्रेम और मधुरता बढ़ाने में मदद करता है।
कालसर्प दोष से मुक्ति: मान्यता है कि कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्तियों को गोमेद धारण करना चाहिए। इससे जातक को कालसर्प दोष के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति आती है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।