गरुड़ पुराण: इन 3 कामों को नहीं छोड़ना चाहिए अधूरा, वरना हो सकता है भारी नुकसान
हिंदू धर्म में 18 पुराणों में से एक गरुड़ पुराण का विशेष महत्व है। गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु की महिमा का वर्णन है। इसमें मनुष्य के जीवन में आने वाली परेशानियां और सुखी जीवन जीने के लिए कई नीतियां...
हिंदू धर्म में 18 पुराणों में से एक गरुड़ पुराण का विशेष महत्व है। गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु की महिमा का वर्णन है। इसमें मनुष्य के जीवन में आने वाली परेशानियां और सुखी जीवन जीने के लिए कई नीतियां बताई हैं। मान्यता है कि गरुड़ पुराण में वर्णित बातों का अनुसरण करके हमेशा बलवान बने रहेंगे। गरुड़ पुराण में एक श्लोक के जरिए बताया गया है कि कुछ कामों को बीच में नहीं छोड़ना चाहिए। इन कामों को बीच में छोड़ने से आने वाले समय में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
1. बीमारी- गरुड़ पुराण के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति बीमार है तो उसे अपनी दवाओं या औषधियों के साथ परहेज का भी ध्यान रखना चाहिए। कई बार लोग पूरी तरह से स्वस्थ हुए बिना ही बीच में दवाएं लेना बंद कर देते हैं। जिसके कारण आने वाले समय में यह बीमारी बढ़ सकती है।
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2. आग- गरुड़ पुराण कहता है कि अगर किसी जगह आग लग जाए तो उसे पूरी तरह से बुझा देना चाहिए। अगर छोटी-सी चिंगारी रह गई तो दोबारा आग लग सकती है। जिससे जान और माल के नुकसान की आंशका रहती है।
3. कर्ज- गरुड़ पुराण के अनुसार, अगर किसी से उधार लिया है तो उसे समय रहते चुका देना चाहिए। अगर समय रहते कर्ज अदा नहीं किया गया तो इसका ब्याज बढ़ सकता है। ऐसे में धन के कारण रिश्तों में दरार आ सकती है। इसलिए हर व्यक्ति को कोशिश करनी चाहिए कि कर्ज जल्द से जल्द चुकता हो जाए।
(इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)