Hindi Newsधर्म न्यूज़Ganesh: Ganesh Chaturthi will be celebrated on 19th September know murti sthapana and puja muhurat vidhi shubh muhurat and puja samagri list

गणेश चतुर्थी आज, जानें मूर्ति स्थापना और पूजा की सही विधि, नोट कर लें पूजा सामग्री लिस्ट, पढ़ें aarti

Happy Ganesh Chaturthi 2023: हर साल भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी की शुरुआत होती है, ये उत्सव पूरे 10 दिनों तक चलता है।

Shrishti Chaubey लाइव हिंदुस्तान, नई दिल्लीTue, 19 Sep 2023 05:11 PM
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Ganesh Chaturthi 2023: मोरया मोरया गणपति बप्पा मोरया! 19 सितम्बर के दिन गणपति बप्पा अपने सभी भक्तों के घर पधारेंगे। हर साल भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी की शुरुआत होती है, ये उत्सव पूरे 10 दिनों तक चलता है। 10 दिनों के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा की विदायी की जाती है। ऐसी मान्यता है की इन पूरे दस दिनों गणेश भगवान की श्रद्धा भाव के साथ पूजा-उपासना करने से धन-धान्य का सुख मिलता रहता है। वहीं, मंगलवार के दिन शुभ मुहूर्त में गणेश पूजन किया जाएगा। इस शुभ दिन ज्यादातर लोग गणपति जी की मूर्ति घर लाते हैं, जिसे विधिवत और शुभ मुहूर्त में स्थापित करना चाहिए। इसलिए आइए जानते हैं मूर्ति स्थापना और गणपति पूजन की सही विधि और मुहूर्त-

गणेश चतुर्थी पूजा-विधि 
गणपति की स्थापना करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे पहले घर, मंदिर साफ करें और स्नान करने के बाद साफ वस्त्र पहनें। पूजन सामग्री लेकर पूर्व दिशा की ओर मुख कर शुद्ध आसन पर बैठ जाएं। अपने घर के उत्तर भाग या पूर्वोत्तर भाग में भी गणेश जी की प्रतिमा या मूर्ति रख सकते हैं और दक्षिण पूर्व में दीपक जलाएं। गणेश जी की मूर्ति को किसी लकड़ी के पटरे या गेहूं, मूंग, ज्वार के ऊपर लाल वस्त्र बिछाकर स्थापित करें। गणेश भगवान की प्रतिमा की पूर्व दिशा में कलश रखें। गणपति की प्रतिमा के दाएं-बाएं रिद्धि-सिद्धि को भी स्थापित करें और साथ में एक-एक सुपारी रखें। अपने ऊपर जल छिड़कते हुए ऊँ पुण्डरीकाक्षाय नमः मंत्र का जाप करें। भगवान गणेश को प्रणाम करें और तीन बार आचमन करें तथा माथे पर तिलक लगाएं। मूर्ति स्थापित करने के बाद गणेश जी को पंचामृत से स्नान कराएं। उन्हें वस्त्र, जनेऊ, चंदन, दूर्वा, अक्षत, धूप, दीप, शमी पत्ता, पीले पुष्प और फल चढ़ाएं। पूजन आरंभ करें तथा अंत में गणेश जी की आरती करें और मनोकामना पूर्ति के लिए आशीर्वाद मांगे। गणेश चतुर्थी तिथि पर शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखकर विधिपूर्वक पूजन की परम्परा निभानी चाहिए, जो अधिक लाभदायक होता है।

गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, 18 सितंबर 2023 के दिन गणेश चतुर्थी की शुरुआत दोपहर के समय 2 बजकर 09 मिनट पर होगी, जो 19 सितंबर के दिन दोपहर के 3 बजकर 13 मिनट तक रहने वाली है।

गणेश मूर्ति स्थापना मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, 19 सितंबर 2023 के दिन सुबह 11 बजकर 8 मिनट से दोपहर 1 बजकर 33 मिनट तक गणेश जी की मूर्ति स्थापित करने का शुभ मुहूर्त रहेगा। वहीं, ठीक 10 दिनों के बाद विसर्जन किया जाएगा। 

पूजन सामग्री की लिस्ट 
मूर्ति स्थापना के लिए लाल या पीला वस्त्र 
लकड़ी का पटरा 
प्रभु के लिए वस्त्र
घी का दीपक
शमी पत्ता 
गंगाजल 
पंचामृत 
सुपारी 
जनेऊ
लड्डू 
चंदन
अक्षत
धूप  
फल
फूल 
दूर्वा 

गणेश जी की आरती 
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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