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दशहरे में इन राज्यों में देखने को मिलती है अलग ही रौनक, यहां ऐसे मनाई जाती है विजयदशमी

फेस्टिव सीजन का एक अलग ही क्रेज होता है। हर जगह रौनक रहती है। विविधताओं से भरे इस देश में त्योहार को बनाने का सभी का अपना तरीका है। देखा जाए, तो यही त्योहारों की खूबसूरती भी है।  बुराई पर अच्छाई...

दशहरे में इन राज्यों में देखने को मिलती है अलग ही रौनक, यहां ऐसे मनाई जाती है विजयदशमी
लाइव हिन्दुस्तान टीम ,दिल्ली Sun, 06 Oct 2019 11:46 AM
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फेस्टिव सीजन का एक अलग ही क्रेज होता है। हर जगह रौनक रहती है। विविधताओं से भरे इस देश में त्योहार को बनाने का सभी का अपना तरीका है। देखा जाए, तो यही त्योहारों की खूबसूरती भी है।  बुराई पर अच्छाई की जीत के त्योहार दशहरे को भी कई तरह से मनाया जाता है। आइए, एक नजर डालते हैं देश के विभिन्न हिस्सों में दशहरे कैसे मनाया जाता है- 
दिल्ली 
राजधानी में दशहरे की अलग ही रौनक देखने को मिलती है। यहां पर अलग-अलग जगह रामलीलाएं होती हैं और रावणदहन के दिन रावण का पुतला जलाया जाता है। सबसे खास बात यह है कि यहां रामलीला मैदान पर दशहरे के आयोजन का एक अलग ही रंग देखने को मिलता है। पीएम और कई बड़े नेता आयोजन में शामिल होते हैं।  
पश्चिम बंगाल 
पश्चिम बंगाल में विजयादशमी को दुर्गा पूजा के नाम से जाना जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन देवी दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। विजयदशमी दुर्गा पूजा की समाप्ति पर मनाई जाती है। इस दिन औरतें सिंदूर खेलने के अलावा मिठाई और पान खाकर एक-दूसरे को बधाई देती हैं। इसके बाद रात में देवी दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन कर दिया जाता है। 

durga puja
मैसूर
यहां भी दशहरा शानदार तरीके से मनाया जाता है। यहां पर दशहरे को मैसूरू दसरा के नाम से जाना जाता है। इस दिन देवी चामुंडेश्वरी की आराधना की जाती है। देवी चामुंडेश्वरी को दुर्गा का अवतार माना जाता है। देवी चामुंडेश्वरी की हाथी पर सवार मूर्ति को कई रत्नों से सजाया जाता है। यहां भी अन्य राज्यों की तरह सुंदर झांकियां निकाली जाती है।  
कुल्लू 
कूल्लू घाटी में दशहरे की एक अलग ही रौनक ढालपुर मैदान में देखने को मिलती है। जो फूलों और लाइटों से सजा रहता है। 17वीं शताब्दी में राजा जगत सिंह ने यहां रघुनाथ भगवान की मूर्ति स्थापित की थी। रघुनाथ भगवान को श्रीराम का अवतार ही कहा जाता है। मान्यता अनुसार भगवान रघुनाथ यहां घाटी की रक्षा करते हैं। उन्हें यहां का शासक देवता माना जाता है।दशहरे की शुरुआत यहां मनाली के हिडिम्बा मंदिर की आराधना से शुरू होती है।  
गुजरात 
अगर आप नाचने-गाने और मस्ती करने के शौकीन हैं, तो आपको गुजरात में दशहरे के दौरान बहुत मजा आएगा। यहां नवरात्रि में गरबा और डांडिया का एक अलग ही क्रेज होता है, साथ ही यहां मंदिरों में भी सजावट होने के साथ कई विशेष आयोजन होते हैं। 

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