मीन संक्रांति : सूर्यदेव की करें आराधना, मांगें अच्छे स्वास्थ्य का वरदान
मीन संक्रांति हिंदू धर्म के पवित्र त्योहारों में से एक है। इस दिन सूर्यदेव मीन राशि में प्रवेश करते हैं, इसलिए इसे मीन संक्रांति कहा जाता है। इस दिन सूर्यदेव की आराधना करें। विशेष रूप से ओडिशा में...
मीन संक्रांति हिंदू धर्म के पवित्र त्योहारों में से एक है। इस दिन सूर्यदेव मीन राशि में प्रवेश करते हैं, इसलिए इसे मीन संक्रांति कहा जाता है। इस दिन सूर्यदेव की आराधना करें। विशेष रूप से ओडिशा में मीन संक्रांति का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। दक्षिण भारत में इसे मीन संक्रमण नाम से जाना जाता है। अन्य संक्रांतियों की भांति इस संक्रांति पर भी दान का विशेष महत्व है।
इस संक्रांति पर बुजुर्गों की आत्मा शांति के लिए पूजा करें। गंगा, यमुना आदि पवित्र नदियों में स्नान करना इस दिन शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से समस्त पाप धुल जाते हैं। यदि यह संभव न हो तो घर में जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करें और सूर्यदेव से अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करें।
ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र आदि का दान करें। इस दिन भूमि का दान करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। मीनमास में मांगलिक कार्य जैसे नामकरण, विद्या आरंभ, उपनयन संस्कार, विवाह संस्कार, गृह प्रवेश आदि वर्जित माने गए हैं। भक्ति, साधना व उत्सव जारी रहते हैं।
इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।