सक्सेस मंत्र : लोगों के डर से न छोड़ें अपने प्रयास, मंजिल जरूर मिलेगी
किसी प्रतियोगिता में असफल होने की बात हो या जिंदगी के किसी क्षेत्र में हारने वाला इनसान असफल नहीं होता है। असफल वो लोग होते हैं जिनका आत्मविश्वास डगमगा जाता है। खुद पर अगर भरोसा है, तो दुनिया चाहे...
किसी प्रतियोगिता में असफल होने की बात हो या जिंदगी के किसी क्षेत्र में हारने वाला इनसान असफल नहीं होता है। असफल वो लोग होते हैं जिनका आत्मविश्वास डगमगा जाता है। खुद पर अगर भरोसा है, तो दुनिया चाहे जितना आपको रोकने का प्रयास करेगी, आप विजेता बनकर जरूर निकलेंगे।
अभिजीत जब बहुत छोटा था तो एक दिन स्कूल में टीचर ने उसे एक चैप्टर पूरी क्लास को पढ़कर सुनाने के लिए कहा। अभिजीत ने अभी चैप्टर पढ़ना शुरू ही किया था, कि टीचर ने उसे जोर से चुप रहने को कह दिया। उसने दोबारा से पढ़ना शुरू किया, टीचर ने फिर से उसे जोर से डांट दिया। उसने फिर शुरू किया और इस बार भी ऐसा ही हुआ। अब अभिजीत रुआंसा हो गया और अपनी सीट पर जाकर चुपचाप बैठ गया।
उसके बाद क्लास के ही एक और बच्चे सुरेंद्र ने वही चैप्टर पढ़ना शुरू किया। उसके साथ भी टीचर ने वैसा ही। लेकिन उसने चैप्टर पढ़ना नहीं छोड़ा और पूरा खत्म करने के बाद ही रुका। जब उसने खत्म किया तो टीचर ने उसके लिए जोर से ताली बजाई।
अब अभिजीत को बहुत गुस्सा आया। उसने इस बारे में टीचर से पूछा तो टीचर ने कहा कि किसी काम को करने से रोकने वाले लोग हमें अक्सर मिलेंगे। चाहे वह खाना खाने जैसा रोजाना किया जाने वाला काम ही क्यों न हो। मगर दूसरों के कहने से जो रुक गया, लोक-लाज के डर से हार कर बैठ गया वो कभी सफल नहीं हो सकता है।
आज अभिजीत को आत्मविश्वास का बहुत अहम सबक मिला था। टीचर ने उसे समझाया कि जब तक तुम खुद से नहीं हारते हो, तब तक तुम्हारी हार नहीं हो सकती है। इसलिए जो भी करना है, उसे पूरे आत्मविश्वास के साथ करो। फिर रास्ते में चाहे कितनी ही मुश्किलें क्यों न आएं, तुम्हें नहीं रोक पाएंगी।