rangoli design 2018 : दीवाली के मौके पर सभी लोग अपने घरों को साफ -सुथरा कर सजावट को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। कोई दीवारों पर नया रंग चढ़वा रहा है तो कोई नई पेंटिंग बनवा रहा है। इस मौके पर घर को पारंपरिक रूप से सजाने के लिए रंगोली बनाना एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है। रंगोली का मुख्य उद्देश्य सजावट तो होता ही है साथ ही मान्यता है इससे घर में सौभाग्य आता है। विवाह हो, त्योहार हो या फिर कोई भी शुभ मुहूर्त हो महिलाएं घरों में रंगोली जरूरी बनाती हैं। तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में हर खास मौके पर या यूं भी रंगोली सजाई जाती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में भी द्वार पूजन की परम्परा प्राचीन काल से रही है। उत्तर प्रदेश कई इलाकों में आटे की रंगोली को चौक पूरना भी कहते हैं। यह अक्सर पंडित या पुरोहित द्वारा सत्यनारायण कथा और किसी पूजा के वक्त बनाई जाती है। चौक आटा, हल्दी, बेसन, चावल, तिल और फूलों से बनाई जाती है।
यहां हम कुछ लेटेस्ट रंगोली डिजाइन दे रहे हैँ जो आपको पसंद आ सकते हैं-






