धनतेरस का पर्व इस बार 12 और 13 नवंबर दोनों दिन मनाया जा रहा है। पंचांग के अनुसार के 13 नवंबर को भी धनतेरस पर्व मनाया जाएगा। कहा जाता है कि इस दिन पूजा और खरीददारी करने की जाती है। वहीं इस दिन धनवंतरी से आरोग्यता का आशीर्वाद भी मांगा जाता है। इसके अलावा धनतेरस पर यमराज का दीप भी रात्रि में दक्षिण दिशा में जलाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि धनतेरस में स्थिर लग्न में मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से स्थायी मां लक्ष्मी का वास होता है। ज्योतिर्विद पंडित दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार नीचे दिए गए स्थिर लग्न के इन शुभ चौघड़िया मुहूर्त में पूजा और खरीददारी बहुत शुभ होती है।
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त (Dhanteras Puja Subh Muhurat)
स्थिर लग्न वृष 12 नवंबर शुभ चौघड़ियों के साथ को शाम 6.32 से 7.37 तक
स्थिर लग्नसिंह 12 नवंबर रात 11.50 से 2.20 तक शुभ चौघड़िया के साथ रात 12.10 से 1.45 तक
स्थिर लग्न वृश्चिक 13 नवंबर शुभ चौघड़िया के साथ को सुबह 6.51 से 9.08 तक
स्थिर लग्न कुंभ 13 नवंबर शुभ चौघड़ियों के साथ को दोपहर को 12.50 से 1.22 बजे तक