ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News Astrologyclear all your doubts before they start ruining your dreams

सक्सेस मंत्र : छोटी-छोटी उलझनों को तुरंत दूर करें, बाद में यही बिगाड़ती हैं काम

हमें अपने जीवन में कई बार उलझनों का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं, यह सोचकर कि इनसे क्या होगा। मगर कई बार हम इन्हीं के फेर में पड़कर अपना काम बिगाड़ लेते हैं। बाद में...

सक्सेस मंत्र : छोटी-छोटी उलझनों को तुरंत दूर करें, बाद में यही बिगाड़ती हैं काम
लाइव हिन्दुस्तानWed, 12 Dec 2018 03:10 PM
ऐप पर पढ़ें

हमें अपने जीवन में कई बार उलझनों का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं, यह सोचकर कि इनसे क्या होगा। मगर कई बार हम इन्हीं के फेर में पड़कर अपना काम बिगाड़ लेते हैं। बाद में पछतावे के सिवा हमारे पास कुछ नहीं बचता है। यह स्थिति स्कूल, कॉलेज या प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के सामाने अक्सर आती है। वह पढ़ाई में आने वाली छोटी-छोटी उलझनों को यह सोच कर दरकिनार कर देते हैं कि इनसे क्या होगा। मगर उनकी यही सोच परीक्षा के समय बड़ी परेशानी का कारण बन जाती है। ऐसा ही कुछ हमारी आज की इस कहानी में भी बताया गया है।

एक बार एक बहुत ताकतवर राजा को दुनिया का सबसे बलवान राजा बनने की सनक चढ़ी। इसलिए वो एक भविष्यवक्ता के पास गया और उनके कहा, कोई उपाय बताएं जिससे मेरी दुनिया का सबसे ताकतवर राजा बनने की इच्छा पूरी कर हो सके। 

वह शख्स बोला, देख राजा ये जो रास्ता जा रहा है। इसमें 10 किलोमीटर बाद एक पेड़ पर एक सोने का फल लगता है। जो उसे खाएगा। उसकी ताकत 100 गुना बढ़ जाती है। तू उसे खा ले तेरी इच्छा भी पूरी हो जाएगी। ज्योतिष ने राजा को एक बात के लिए सर्तक किया। उसने कहा, मगर एक बात का ध्यान रखना की रास्ते में एक 1 फीट का राक्षस मिलेगा उसे मार देना, वरना वो तुहें आगे नहीं जाने देगा।

राजा ने हां बोला और चल दिया।

1 किमी जाने के बाद उसे बाबा का बताया हुआ छोटा राक्षस मिला। वह बोला मार मुझे। राजा ने सोचा इसे क्यों मारूं, छोटा सा तो है। मेरा क्या बिगाड़ लेगा। और उसे साइड करके आगे चला। अभी 2 किमी ही हुए थे की राक्षस फिर आ गया। मगर इस बार वो कुछ बड़ा था। राजा ने फिर उसे साइड किया। और फिर आगे चल दिया।

इसी तरह वो राक्षस बार–-बार राजा को मिलता, और उसका आकार हर बार बड़ा होता जाता। अंत में जब राजा फल के पास पहुंचा तो राक्षस फिर आ गया। लेकिन अब वो राजा से काफी बड़ा था। अब दोनों में भयंकर युद्ध हुआ। राक्षस ने राजा को खूब मारा। राजा मरने की हालत में पहुंच गया। पर फिर भी किसी तरह उसने राक्षस को मार डाला। और फल तोड़ कर खाया, तब जा कर उसकी जान बची।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है :

  • हमें भी रोजाना ऐसे छोटे-छोटे राक्षस मिलते हैं। पढ़ते समय या कुछ भी सीखते हुए। वो राक्षस होते हैं हमारी छोटी-छोटी उलझनें।
  • हम ये सोच कर इन्हें छोड़ देते हैं की इससे क्या होगा। मगर इन्हीं छोटी-छोटी उलझनों की वजह से हमें आगे कुछ समझ में नहीं आता। इसलिए हमें हर उलझन को उसी समय खत्म करना चाहिए। वरना ये छोटा राक्षस हमारी जान ले कर रहेगा।
  • इसी तरह हमारे जीवन में भी कई तरह की उलझनें आती हैं उन्हें भी समय पर निपटा लेना चाहिए, वर्ना जीवन खतरनाक मोड़ पर पहुंचने का खतरा रहता है।
हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें