Chandra Grahan 2020: वृश्चिक राशि में लग रहा है चंद्र ग्रहण, ज्येष्ठ पूर्णिमा पर स्नान-दान करना होगा उत्तम
आज साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लग रहा है। यह चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण है इसलिए इस इस ग्रहण के सूतक नहीं लगेंगे और मंदिरों के कपाट बंद नहीं होंगे। यह ग्रहण वृश्चिक राशि में लग रहा है। इस राशि...
आज साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लग रहा है। यह चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण है इसलिए इस इस ग्रहण के सूतक नहीं लगेंगे और मंदिरों के कपाट बंद नहीं होंगे। यह ग्रहण वृश्चिक राशि में लग रहा है। इस राशि के लोगों को थोड़ा सावधान होना होगा। इस राशि के लोगों को जहां तनाव का सामना करना होगा, वहीं सेहत का भी खास ध्यान रखना होगा। वहीं इस ग्रहण का थोड़ा बहुत असर सभी राशियों पर होगा। ज्योतिषियों की मानें तो इस ग्रहण का विभिन्न राशियों के जातकों पर कोई ज्यादा प्रभाव नहीं होगा। इसलिए ग्रहण के बाद भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करें और उनके मंत्रों का जाप करें। ग्रहण के बाद गरीबों को दान करना बहुत उत्तम माना जाता है। धार्मिक जानकारों के अनुसार इस ग्रहण को ग्रहण की कोटि में नही रखा जाता है।
ज्योतिषियों का कहना है कि भारत में इस ग्रहण का असर न के बराबर ही होगा। इस ग्रहण पर सूतक नहीं लगेंगे और मंदिरों के कपाट भी बंद नहीं होंगे। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को तो ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए। भोजन करना, पूजा करना, कंघी करना, ब्रश करना, स्नान करना और घर से बाहर जाने से भी मना किया जाता है। नासा की मानें तो इस ग्रहण को ईस्टर्न कोस्ट साउथ अमेरिका, वेस्टर्न अफ्रीका, यूरोप, न्यूजीलेंड और जापान में दिखाई देगा।
इसलिए इस दौरान धार्मिक कार्य करने की मनाही भी नहीं होगी। यह ग्रहण ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के दिन लग रहा है। ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा पर स्नान और दान से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि यदि चंद्र ग्रहण के बाद स्नान करके दान किया जाए तो सभी पाप धुल जाते हैं। इसके अलावा गेहूं, चावल और गुड़ जैसी चीजों का दान भी करना चाहिए।