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चाणक्य नीति: इन दो चीजों को जरूरत से ज्यादा खर्च करने पर कम होती जाती है आपकी अहमियत

आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में कई नीतियों का वर्णन किया है, जो आज भी लोगों को सही रास्ता दिखाती हैं। कहा जाता है कि इन नीतियों को अपनाने वाले व्यक्ति सफल हो जाते हैं। एक नीति में आचार्य चाणक्य ने...

चाणक्य नीति: इन दो चीजों को जरूरत से ज्यादा खर्च करने पर कम होती जाती है आपकी अहमियत
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीWed, 14 Jul 2021 07:44 AM

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आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में कई नीतियों का वर्णन किया है, जो आज भी लोगों को सही रास्ता दिखाती हैं। कहा जाता है कि इन नीतियों को अपनाने वाले व्यक्ति सफल हो जाते हैं। एक नीति में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि आखिर व्यक्ति को कौन-सी दो चीजें ज्यादा खर्च नहीं करनी चाहिए, वरना लोग आपकी अहमियत नहीं समझते हैं।

चाणक्य कहते हैं-'जरुरत से ज्यादा वक्त और इज्जत देने से लोग आपको गिरा हुआ समझने लगते हैं।'

चाणक्य के कथन का अर्थ है कि किसी भी व्यक्ति पर इज्जत और वक्त ज्यादा खर्च नहीं करना चाहिए। आप इन दो चीजों को जिस भी व्यक्ति पर ज्यादा खर्च करने लगेंगे, उसकी नजरों में आपकी अहमियत कम हो जाएगी। हो सकता है कि कुछ समय तक आपको ऐसा न लगे, लेकिन कुछ समय बाद आपको एहसास होगा। इसलिए अगर आप भी किसी पर अपना वक्त और पैसा जरूरत से ज्यादा खर्च करे हैं तो अपनी इस आदत को बदल लें।

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कहा जाता है कि कई बार व्यक्ति किसी के साथ मोह के बंधन में बंध जाता है और उसके साथ जरूरत से ज्यादा वक्त बिताने लगता है। मोह के बंधन में बंधा व्यक्ति सामने वाले को जरूरत से ज्यादा वक्त भी देने लगता है। कई बार लोगों के स्वभाव में अंतर आ जाता है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति के साथ जुड़ाव करने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि आने वाले समय में आपको दुख न पहुंचे। इसलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति के साथ जरूरत से ज्यादा नहीं जुड़ना चाहिए।

यह आलेख धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।

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