chaitra purnima 2020: आज दिखेगा सुपरमून, जानें इसका रहस्य और महत्व
chaitra purnima or supermoon: भारत में चैत्र पूर्णिमा 8 अप्रैल को मनाई जाएगी। खगोलशास्त्रियों और नासा के अनुसार, इस बार पूर्णिमा चांद सुपरमून होगा। यानी सामान्य से कुछ बड़ा चांद। ऐसा भी कहा जा...
chaitra purnima or supermoon: भारत में चैत्र पूर्णिमा 8 अप्रैल को मनाई जाएगी। खगोलशास्त्रियों और नासा के अनुसार, इस बार पूर्णिमा चांद सुपरमून होगा। यानी सामान्य से कुछ बड़ा चांद। ऐसा भी कहा जा रहा है कि 8 अप्रैल को दिखने वाला चांद गुलाबी रंग का होगा। लेकिन आपको बता दें कि चांद गुलाबी रंग का नहीं होता बल्कि हल्की लालिमा लिए और कुछ चमकीला होता है। चंद्रमा का चमकीला दिखने का रहस्य यह है कि चांद की चमक सूर्य की स्थिति और पृथ्वी से दूरी पर निर्भर करता है। माना जा रहा है कि नासा इसका लाइव प्रसारण भी कर सकता है। हालांकि, इस खगोलीय घटना को भारत के लोग आसमान में नहीं देख पाएंगे, क्योंकि यह सुबह 8 बजकर 5 मिनट में नजर आएगा।
भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाती है। मान्यता है कि चैत्र पूर्णिमा के दिन ही श्रीराम भक्त श्री हनुमान माता अंजनी की कोख से चैत्र पूर्णिमा के दिन जन्म लिया था। हनुमान जयंती पर लोग हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करते हैं। मंदिरों में हनुमान जी की पूजा की जाती है, उन्हें चोला चढ़ाया जाता है। लोग इस दिन हनुमान जी को लड्डुओं का प्रसाद चढ़ाकर दूसरों को प्रसाद बांटते हैं और भंडारा करते हैँ। लेकिन इस बार लॉकडाउन के
इस बार पूर्णिमा 8 अप्रैल को सुबह आठ बजे तक ही पूर्णिमा तिथि है। वैसे तो 7 अप्रैल को भी पूर्णिमा मानी गई है लेकिन 8 अप्रैल को उदया तिथि के कारण स्नान, दान और व्रत की पूर्णिमा 8 अप्रैल को मनाई जा रही है। इसलिए इस दिन सुबह 6:03 बजे से 06:07 बजे के बीच पूजा करना फलदायी रहेगा। इस समय सर्वार्थ सिद्धि योग है, तो पूजा का महत्व और भी बढ़ जाएगा।
पूर्णिमा तिथि आरंभ : दोपहर 12 बजकर 01 मिनट (7 अप्रैल 2020) से
पूर्णिमा तिथि समाप्त : 8 अप्रैल 2020 8 बजकर 04 मिनट तक
पूर्णिमा का महत्व :
माना जाता है कि पूर्णिमा का दिन साधना के लिए दीपावली और अमावस्या के बाद सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है। पूर्णिमा की रात को बहुत से तंत्र-मंत्र की साधना करने वाले लोग विद्या को सिद्ध करते हैं। बहुत से धार्मिक लोग पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान या अन्य नदी व जलाशयों में स्नान करते हैं। मान्यता है कि आज के दिन पूजा अर्चना करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है और सुख समृद्धि की वृद्धि होती है। आज के दिन लोग भगवान सत्यनारायण की कथा भी सुनते हैं। लेकिन इस बार कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन होने के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकलेंगे। ऐसे में घर में ही स्नान करके लोग संकेतिक पूजा पाठ कर सकते हैं।