मां भद्रकाली की हर रोज बदलती है सवारी, जानें कब और कैसे होंगे दर्शन
अहमदाबाद शहर की देवी हैं भद्रकाली। भद्रा फोर्ट के पास उनका मंदिर स्थित है। लोगों का मानना है कि यह मंदिर काफी प्राचीन है। जब अहमदाबाद शहर का नाम कर्णावती हुआ करता था, तब से भद्रकाली मंदिर का अस्तित्व...
अहमदाबाद शहर की देवी हैं भद्रकाली। भद्रा फोर्ट के पास उनका मंदिर स्थित है। लोगों का मानना है कि यह मंदिर काफी प्राचीन है। जब अहमदाबाद शहर का नाम कर्णावती हुआ करता था, तब से भद्रकाली मंदिर का अस्तित्व है। देवी भद्रकाली को अहमदाबाद शहर का संरक्षक माना जाता है। भद्रकाली मां का विशाल मंदिर माणक चौक पर हुआ करता था, पर कई आक्रमणों में इस मंदिर को काफी क्षति पहुंची। तब से इस मंदिर की व्यवस्था राजपुरोहितों का परिवार देखता है।
अलग-अलग दिन अलग-अलग सवारियां: मंदिर का मुख्य आकर्षण मां काली की हर रोज बदलने वाली सवारियां हैं। वे अलगअलग दिन शेर, हाथी, नंदी, कमल आदि पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देती हैं। रविवार को माता शेर पर, सोमवार को नंदी पर, मंगलवार को मोर पर, बुधवार को खड़ी मुद्रा में, गुरुवार को कमल पुष्प पर सवार होती हैं। शुक्रवार को माता हाथी पर सवार होती हैं।
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साल में दो बार अन्नकूट: मंदिर में साल में दो बार अन्नकूट का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा शारदीय और चैत्र दोनों ही नवरात्रि के बाद यहां विशाल भंडारे का आयोजन होता है। हर साल जनवरी के अंतिम सप्ताह में देवी भागवत का आयोजन मंदिर प्रबंधन की ओर से किया जाता है। मंदिर में हर रविवार को देवी के भोग प्रसाद का वितरण भी किया जाता है। नगर के तमाम व्यापारी अपने नए कार्य की शुरुआत करने से पहले मां भद्रकाली का आशीर्वाद लेने आते हैं।
दर्शन का समय: मंदिर भक्तों के दर्शन के लिए सुबह 6 बजे से रात्रि 10.30 बजे तक खुला रहता है। सुबह की आरती 8.30 बजे और रात्रि की आरती 9.00 बजे होती है।
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भद्रकाली मंदिर के भवन का आकार बड़ा नहीं है। दरअसल भद्रा फोर्ट के विशाल द्वार से लगे आजमखानी सराय के भवन के एक कमरे में मंदिर स्थापित है। मंदिर को देख कर यह प्रतीत होता है कि प्राचीन भद्रकाली मंदिर कहीं और रहा होगा। आजम खान सराय का निर्माण 1637 में हुआ था। आजम खान मुगल शासकों का गवर्नर था। बताया जाता है कि मराठा शासन के समय इस सराय के एक कमरे में मां भद्रकाली की मूर्ति स्थापित की गई।
कैसे पहुंचें: अहमदाबाद भारत के सभी प्रमुख शहरों से वायु मार्ग और रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है। यहां के एयरपोर्ट से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों प्रकार की उड़ानों का संचालन होता है। यहां देश के कई शहरों से सीधी ट्रेन भी है और यहां सड़क मार्ग से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है।