Amavasya in March 2020: सोमवती अमावस्या आज, जानें श्राद्ध-दान का महत्व
सोमवती अमावस्या को हिन्दू पौराणिक शास्त्रों में बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। कहा जाता है कि इस दिन पूजा-दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। सोमवती अमावस्या का महत्व सूर्य ग्रहण के बराबर...
सोमवती अमावस्या को हिन्दू पौराणिक शास्त्रों में बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। कहा जाता है कि इस दिन पूजा-दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। सोमवती अमावस्या का महत्व सूर्य ग्रहण के बराबर होता। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार अमावास्या तिथि आज 23 मार्च को दोपहर 12:30 से शुरू होगी और 24 मार्च 2020, दिन मंगलवार को दोपहर 2:58 बजे तक रहेगी। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या या भौमवती अमावस्या भी कहते हैं।
सोमवती अमावस्या का महत्व:
अमावस्या के दिन सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में होते हैं। ऐसा योग, स्नान, दान व धर्मार्थ कार्यों के विशेष महत्व का माना जाता है। कुछ लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं। जहां संभव है वहां लोग सोमवती अमावस्या के दिन गंगा स्नान करते हैं या अपने करीब की किसी नदी या जलाशय में स्नान कर पूजा अर्चना करते हैं।
महिलाएं रखती हैं सुहागिनें-
मान्यता है कि आज के दिन पीपल के पेड़ की फेरी लगाने से पति को लंबी उम्र मिलती है। महिलाएं ग्रुप में इकट्ठा होकर पीपल के पेड़ के नीचे पूजा करती हैं और व्रत रखती हैं।
2020 में अमावस्या तिथियां-
22 अप्रैल 2020 को अमावस्या
21 मई 2020 को अमावस्या
20 जून 2020 को अमावस्या
20 जुलाई 2020 को सोमवती अमावस्या
18 अगस्त 2020 को अमावस्या
16 सितंबर 2020 को महालय अमावस्या
16 अक्टूबर 2020 को अमावस्या
14 नवंबर 2020 को अममावस्या
14 दिसंबर 2020 को सोमवती अमावस्या