यमलोक से चाहते हैं बचना तो याद रखें शिवपुराण की ये खास बातें
हिंदू धर्म में कई ऐसी बातों का उल्लेख किया गया है, जिन्हें पाप तुल्य माना गया है। ऐसे कार्य जिन्हें करने पर व्यक्ति को जल्द ही यमलोग का मुंह देखना पड़ता है। ऐसी ही कुछ बातों के बारे में शिवपुराण में...
हिंदू धर्म में कई ऐसी बातों का उल्लेख किया गया है, जिन्हें पाप तुल्य माना गया है। ऐसे कार्य जिन्हें करने पर व्यक्ति को जल्द ही यमलोग का मुंह देखना पड़ता है। ऐसी ही कुछ बातों के बारे में शिवपुराण में भी विस्तार से बताया गया है। जिन्हें करने वाले स्त्री-पुरुष को पाप का भागीदार माना जाता है। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो बातें।
किसी का बुरा सोचने वाला व्यक्ति-
भले ही आपने व्यक्तिगत रूप से किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया हो, लेकिन आप अगर अपने मन में भी किसी के प्रति कोई दुर्भावना रखते हैं या उसका अहित सोचते हैं तो यह भी शिवपुराण के अनुसार पाप की श्रेणी में आता है।
परास्त्री या पुरुष पर नजर-
दूसरे व्यक्ति की स्त्री या पुरुष पर बुरी नजर रखने वाला मनुष्य भी पाप का भागीदार होता है। इसलिए हमेशा अपने मन में दूसरों के प्रति अच्छी भावनाएं बनाएं रखें।
माता-पिता या गुरु का अपमान-
शिवपुराण के अनुसार अपने माता-पिता या गुरु का अपमान करने वाला मनुष्य पाप का भागीदार होता है। हमें सदैव इन लोगों को उचित सम्मान देते हुए व्यवहार करना चाहिए।
इन बातों के लिए नहीं मिलती क्षमा-
शिवपुराण के अनुसार जो व्यक्ति अपने गुरु की स्त्री पर बुरी नजर रखें, शराब का सेवन करें या दान की हुई वस्तु या धन को वापस मांग लें, ऐसे लोगों को कभी क्षमा नहीं मिलती है।
मंदिर में चोरी-
दूसरों की संपत्ति हड़पना, मंदिर में चोरी या फिर दूसरों के धन पर नजर रखने वाले व्यक्ति को क्षमा नहीं मिलती है। इसलिए ऐसे विचारों से भी व्यक्ति को दूर रहना चाहिए।