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सर्व पितृ अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का साया, पंडित जी से जानें श्राद्ध के बाद क्या करें

  • सर्व पितृ अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का साया रात 9:13 बजे से रहेगा लेकिन कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। पंडित जी से जानें अमावस्या तिथि पर ग्रहण का प्रभाव, श्राद्ध कब तक किया जा सकता है, व श्राद्ध करने के बाद क्या करना चाहिए-

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 2 Oct 2024 06:30 AM
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पितृ पक्ष के आखिरी दिन, सूर्य ग्रहण लग रहा है। सर्व पितृ अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का साया रहेगा। ग्रहण रात 9:13 बजे से शुरू होकर रात 3:17 तक रहने वाला है। सर्व पितृ अमावस्या तिथि पितर तर्पण व श्राद्ध के लिए बेहद खास मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन ब्राह्मण भोज, पिंड दान व तर्पण आदि करने से पितरों की खुश किया जा सकता है। आइए पंडित जी से जानते हैं सर्व पितृ अमावस्या तिथि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव, श्राद्ध कब तक किया जा सकता है, व श्राद्ध करने के बाद क्या करना चाहिए-

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सर्व पितृ अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव: केसी पांडेय और ब्रजघाट निवासी पंडित अनिल कौशिक के अनुसार, 2 अक्टूबर को रात्रि 9.13 से सूर्यग्रहण भी लग रहा है। जो तड़के 3.17 तक रहेगा। परन्तु भारत में रात्रि होने से दृश्यमान न होने के कारण कोई सूतक मान्य नहीं होगा। पितृ श्राद्ध, तर्पण में ग्रहण का नकारात्मक असर नहीं होगा।

कब तक करें श्राद्ध: श्राद्ध करने के लिए दोपहर 12 बजकर 23 मिनट से अपरान्ह 4.04 तक सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ हस्त नक्षत्र व ब्रह्म योग अत्यंत पुण्य फल दायक श्रेष्ठ समय रहेगा। इस दिन पंचग्रास (गाय, कुत्ता, कौआ, चींटी व जीवात्मा ) अवश्य निकालना चाहिए। श्राद्ध सायंकाल के बाद नहीं करना चाहिए।

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श्राद्ध के बाद करें ये काम: पंडित रामदेव पाण्डेय के अनुसार, सर्व पितृ अमावस्या के दिन दान अवश्य करना चाहिए। इस दिन तर्पण के पश्चात दान करना चाहिए। आज तिल, गुड़, फल, भोजन, बर्तन आदि दान करना चाहिए। दान ब्राह्मण, गरीब, दलित, दरिद्रनारायण को देना चाहिए। इससे पितर तृप्त होते हैं और उनके खुश होने से धन, ख्याति और वंश की वृद्धि होती है। नारद, विष्णु पुराण के अनुसार, 12 महीनों की अमावस्या को की गई पितरों की पूजा, ब्राह्मण-भोजन और गौ का दान अत्यन्त पुण्यदायक माना गया है। भाद्रप्रद मास में पितृ श्राद्ध, दान, होम और देवपूजा करने का अक्षय फल होता है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

 

 

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