नौकरी और व्यापार में आ रही बाधाएं दूर कर देता है यह व्रत
वैशाख गणेश चतुर्थी व्रत को जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए बहुत फलदायी माना गया है। इस व्रत के प्रभाव से परिवार में सुख-शांति, धन-समृद्धि आती है। चिंता एवं रोग का निवारण होता है।
वैशाख गणेश चतुर्थी व्रत को जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए बहुत फलदायी माना गया है। इस व्रत के प्रभाव से परिवार में सुख-शांति, धन-समृद्धि आती है। चिंता एवं रोग का निवारण होता है। इस दिन भगवान श्रीगणेश की अराधना करने से बौद्धिक क्षमता तेज होती है। नौकरी और व्यापार में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं।
विनायक चतुर्थी व्रत की पूजा दोपहर में की जाती है। इस व्रत में शाम के समय में चंद्रमा नहीं देखने की मान्यता है। चतुर्थी व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कार्यों से निवृत्त होकर स्वयं शुद्ध होकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। ॐ गं गणपतये नम: मंत्र जाप के साथ भगवान श्रीगणेश की मूर्ति स्थापित करें। गंगाजल छिड़क कर उक्त स्थान को पवित्र करें। भगवान श्री गणेश को पुष्प की मदद से जल अर्पित करें। रोली, अक्षत, लाल रंग के पुष्प, जनेऊ, दूब, पान, सुपारी, लौंग और इलायची अर्पित करें। श्रीफल और मोदक का भोग लगाएं। भगवान श्री गणेश को दक्षिणा अर्पित कर 21 लड्डूओं का भोग लगाएं। धूप, दीपक और अगरबत्ती जलाएं। चतुर्थी के दिन मंदिर में भगवान गणेश के निमित्त एक जटा वाला नारियल लेकर जाएं। बप्पा को दूर्वा और गुलाब अर्पित करें। ओम् गं गणपतये नमः का 108 बार जाप करें। भविष्य पुराण में भी कहा गया है कि गणेश चतुर्थी का व्रत करने से हर तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं।
इस आलेख में दी गईं जानकारियां धार्मिक आस्था और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।
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