श्रद्धा से मनाएं अक्षय तृतीया का त्योहार, जौ का करें दान, घर न आएं खाली हाथ 

वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पावन पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए पंचांग देखने को जरूरत नहीं होती है। वास्तु शास्त्र में अक्षय त

श्रद्धा से मनाएं अक्षय तृतीया का त्योहार, जौ का करें दान, घर न आएं खाली हाथ 
Arpan लाइव हिन्दुस्तान टीम, meerutThu, 20 April 2023 10:36 AM
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वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पावन पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए पंचांग देखने को जरूरत नहीं होती है। वास्तु शास्त्र में अक्षय तृतीया का महत्व बताते हुए कुछ उपाय भी बताए गए हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में। 

अक्षय तृतीया के दिन भूल से भी घर पर खाली हाथ नहीं आना चाहिए। अक्षय तृतीया के दिन क्रोध न करें। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान श्री हरि विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है। अक्षय तृतीया के दिन घर की पूरी तरह साफ-सफाई रखें। घर या प्रतिष्ठान में मकड़ी के जाले न हों, कहीं भी झूठे बर्तन ना रखे हों। अक्षय तृतीया के दिन घर या दुकान में धन रखने के लिए उत्तर या पूर्व दिशा को चुनें। आप जिस चीज का व्यापार या नौकरी कर रहे हों, उससे जुड़ी तस्वीर घर पर लगाएं। अक्षय तृतीया के दिन उत्तर दिशा में दर्पण लगाना शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया पर शाम के समय घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर दीपक जलाएं। मां लक्ष्मी को सफेद कमल अर्पित करें। अक्षय तृतीया के दिन आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है। क्षमतानुसार सोना या चांदी खरीदें। अक्षय तृतीया पर घर में श्रीयंत्र स्थापित करें। जौ का दान करना उत्तम होता है। अक्षय तृतीया के दिन शंख खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन बिना स्नान किए तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए। 

इस आलेख में दी गईं जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है। 

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