Hindi NewsAstrologyAaj Ka Panchang 26 Aug 2024

शुभ पंचांग

आज 26 अगस्त, 2024 - कृष्ण पक्ष, अष्टमी (विक्रमी संवत्) है, आज सोमवार है। अगर कोई शुभ कार्य करना चाहते हैं तो राहुकाल का समय जरूर नोट कर लें, इस समय कोई शुभ कार्य न करें। आज राहुकाल 07:33 ए एम से 09:09 ए एम तक रहेगा। नक्षत्रों की बात करें तो आज कृत्तिका - 03:55 पी एम तक का योग है। चन्द्रमा आज चंद्रमा, वृषभ राशि में (दिन-रात) में संचार करेंगे। आज सूर्योदय 05:56 ए एम और सूर्यास्त 06:49 पी एम बजे होगा।

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26 अगस्त, 2024का पंचांग
  • सूर्योदय 05:56 ए एम
  • सूर्यास्त 06:49 पी एम
  • चंद्रमा चंद्रमा, वृषभ राशि में (दिन-रात)
  • तिथि26 अगस्त, 2024 - कृष्ण पक्ष, अष्टमी (विक्रमी संवत्)
  • नक्षत्रकृत्तिका - 03:55 पी एम तक
  • पक्षकृष्ण पक्ष
  • वार:सोमवार
  • शुभ मुहूर्त:all
  • राहुकाल:07:33 ए एम से 09:09 ए एम
  • शक संवत:शक संवत् 1946, कार्तिक मास प्रविष्टे (पंजाब पंचांग)
  • विक्रम संवत:विक्रम सम्वत 2081 पिङ्गल
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अंक राशि

शुभ पंचांग के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश् और उत्तर

  • पंचांग का क्या अर्थ होता है?

    पंचांग एक हिंदू तिथि का कैलेंडर कहा जा सकता है। पंचांग पांच अंगों से मिलकर बना है, तिथि, नक्षत्र, योग, करण और वार, इसलिए इसे पंचांग कहते हैं।

  • पंचांग क्यों जरूरी है?

    हिंदू धर्म में कुछ भी शुभ काम करने से पहले मुहूर्त जरूर देखा जाता है। दरअसल सभी किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले उस तिथि का महत्व और उसके शुभ-अशुभ प्रभाव पर विचार करना चाहते हैं। इसलिए पंचांग जरूर देखना चाहिए।

  • पंचांग में तिथि क्षय और वृद्धि कैसे होती है?

    किसी तिथि का क्षय या वृद्धि होना सूर्योदय पर निर्भर करता है। पंचांग के अनुसार अगर कोई तिथि, सूर्योदय से पूर्व आरंभ हो जाती है और अगले सूर्योदय के बाद तक रहती है तो उस तिथि की वृद्धि हो जाती है अर्थात् वह वृद्धि तिथि कहलाती है लेकिन कोई तिथि सूर्योदय के बाद आरंभ हो और अगले सूर्योदय से पूर्व ही समाप्त हो जाती है तो उस तिथि का क्षय हो जाता है अर्थात् वह क्षय तिथि कहलाती है।

  • नक्षत्र कितने होते हैं

    अब नक्षत्रों के बारे में जानें नक्षत्र 27 होते हैं। प्रत्येक नक्षत्र के चार चरण होते हैं और 9 चरणों के मिलने से एक राशि बनती है।