Hindi Newsधर्म न्यूज़Shradh 14th Day: Do Shradha at this Muhurta time on Chaturdashi Pitru Paksha 2024

पितृपक्ष चतुर्दशी पर कुतुप मूहूर्त में करें श्राद्ध

  • Shradh 14th Day : 1 अक्टूबर, 2024 के दिन पितृपक्ष का 14वां दिन या चतुर्दशी श्राद्ध तिथि रहेगी। पितृपक्ष में श्राद्ध कर्म करने से पितृ दोष से भी मुक्ति मिल सकती है। जानें पितृपक्ष के 14वें दिन पितरों का श्राद्ध किस समय में करना शुभ रहेगा।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 1 Oct 2024 04:24 AM
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आज चतुर्दशी तिथि है। पितृ पक्ष के दिन घर-परिवार के सदस्य अपने पितरों कि शांति के लिए दान-पुण्य व तर्पण करते हैं। मान्यता अनुसार, पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म करने से पितर प्रसन्न होते हैं। श्राद्ध को सही तिथि व विधि के साथ करने की परंपरा चली आ रही है। आज, मंगलवार को पितृ पक्ष का 14वां दिन रहेगा। आइए जानते हैं पितृ पक्ष के 14वें दिन या चतुर्दशी तिथि पर श्राद्ध करने का टाइम-

पितृ पक्ष का 14वां दिन आज: 1 अक्टूबर, के दिन पितृ पक्ष का 14वां दिन या चतुर्दशी तिथि श्राद्ध रहेगा। पंचांग अनुसार, पितृपक्ष की चतुर्दशी पर इस उत्तम समय में करें श्राद्ध-

चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ - सितम्बर 30, 2024 को शाम 07:06 बजे

चतुर्दशी तिथि समाप्त - अक्टूबर 01, 2024 को रात 09:39 बजे

कुतुप मूहूर्त - 11:47 ए एम से 12:34 पी एम

  • अवधि - 00 घण्टे 48 मिनट्स

रौहिण मूहूर्त - 12:34 पी एम से 1:22 पी एम

  • अवधि - 00 घण्टे 48 मिनट्स

अपराह्न काल - 01:22 पी एम से 3:44 पी एम

  • अवधि - 02 घण्टे 23 मिनट्स

चतुर्दशी श्राद्ध कैसे करें?

सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाएं।

स्नानादि के बाद स्वच्छ कपड़े धारण करें।

पितृस्थान को गाय के गोबर से लीप कर और गंगाजल से पवित्र करें।

महिलाएं स्नान करने के बाद पितरों के लिए सात्विक भोजन तैयार करें।

श्राद्ध भोज के लिए ब्राह्मणों को पहले से ही निमंत्रण दे दें।

ब्राह्मणों के आगमन के बाद उनसे पितरों की पूजा और तर्पण कराएं।

पितरों का नाम लेकर श्राद्ध करने का संकल्प लें।

जल में काला तिल मिलाकर पितरों को तर्पण दें।

पितरों के निमित्त अग्नि में गाय का दूध, घी, खीर और दही अर्पित करें।

चावल के पिंड बनाकर पितरों को अर्पित करें।

ब्राह्मण को पूरे सम्मान के साथ भोजन कराएं।

अपनी क्षमता के अनुसार दान-दक्षिणा दें।

इसके बाद आशीर्वाद लेकर उन्हें विदा करें।

श्राद्ध में पितरों के अलावा कौआ, गाय, कुत्ते और चींटी को भोजन खिलाने का विधान है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियां मान्यताओं पर आधारित हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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