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Sharad purnima Puja Vidhi: शरद पूर्णिमा पर कैसे करें मां लक्ष्मी का पूजन, आज होगी अमृतवर्षा

संक्षेप: sharad purnima kab hai: सोमवार को शरद पूर्णिमा के अवसर पर मां कोजागरी लक्ष्मी व लक्खी पूजा होगी। पारंपरिक रीति रिवाज के अनुसार पूजा व अनुष्ठान किया जाता है। विवाहित स्त्रियां जहां परिवार की सुख-समृद्धि और उन्नति के लिए व्रत रखती हैं।

Mon, 6 Oct 2025 06:21 AMAnuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तान, हिन्दुस्तान, बोकारो
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Sharad purnima Puja Vidhi: शरद पूर्णिमा पर कैसे करें मां लक्ष्मी का पूजन, आज होगी अमृतवर्षा

सोमवार को शरद पूर्णिमा के अवसर पर मां कोजागरी लक्ष्मी व लक्खी पूजा होगी। पारंपरिक रीति रिवाज के अनुसार पूजा व अनुष्ठान किया जाता है। विवाहित स्त्रियां जहां परिवार की सुख-समृद्धि और उन्नति के लिए व्रत रखती हैं। पंडित जयप्रकाश पांडेय शास्त्री के अनुसार 6 अक्टूबर की रात घी का दीपक जलाकर महालक्ष्मी का पूजन करने का विधान है। इस दिन लक्ष्मी घर घर घूमती है। और रात्रि जागरण कर पूजन करने वाले को सुख समृद्धि प्रदान करती हैं। शरद पूर्णिमा की अमृतोमय चांदनी से सिक्त खीर दूसरे दिन प्रात: प्रसाद स्वरूप ग्रहण करने से धन ऐश्वर्य और बल में वृद्धि होती है।

इस दिन 100 दीपक जलाने का विधान है। पश्चिम बंगाल से सटे इलाकों के हर गांव व घर में होती है पूजा बोकारो से सटे पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे क्षेत्र में सोमवार हर गांव और प्रत्येक घर में मां लक्खी की पूजा होगी। मंदिरों में विधि-विधान से मां की मूर्ति स्थापित की जाएगी। जिनके बाद ग्रामीण इस दौरान विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम कर सारी रात मां की आराधना में विलिन रहते हैं। चंदनकियारी, कसमार, चास सहित कई स्थानों में शरद पूर्णिमा पर मां की मूर्ति स्थापित कर मां का पूजन विधि पूर्वक किया जाता है। चंदनकियारी में हर दशकों से बांग्ला यात्रा का आयोजन होता है, जिसमें लोग मां की आराधना करने के पश्चात बांग्ला यात्रा देख रातजग्गा करते हैं।

कैसे करें कोजागिरी पूर्णिमा पूजा
कोजागिरी पूर्णिमा के संध्या समय में स्नान करने के पश्चात स्वर्ण, रजत अथवा मिट्टी के कलश स्थापित कर मां लक्ष्मी की स्वर्णमयी प्रतिमा लाल वस्त्र में लपेटकर कलश के ऊपर स्थापित कर उसकी उपलब्ध सामग्रियों से पूजा करनी चाहिए रात्रि में भजन, कीर्तन और जागरण निश्चित रूप से करनी चाहिए। चंदनकियारी में यात्रा का आयोजन लक्खी पूजा के अवसर पर हर बार की तरह इस बार भी चंदनकियारी में कोलकाता के प्रसिद्ध यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस बाबत दादा ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि चंदनकियारी में इस बार नीलाम होलो सिथेर सिंदूर बांग्ला यात्रा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पश्चिम बंगाल के पसिद्ध कलाकार यात्रा में भाग लेंगे। इस दौरान भारी संख्या में आम लोगों की भीड़ उमड़ने की संभावना है। पूरे देश में मनाया जाता है

त्योहार : उड़िया मान्यता के अनुसार शरण पूर्णिमा के दिन भगवान शिव के पराक्रमी पुत्र कुमार कार्तिकेय का जन्म हुआ था। इसलिए ओड़िशा में इसे कुमार पूर्णिमा कहते हैं। गुजराती समुदाय के लोग आज शरद पूनम मनाते हैं।

मराठी समुदाय में शरद पूर्णिमा को परिवार के जेष्ठ संतान को सम्मानित करने की परंपरा है। बंगाली समुदाय के लोग शरद पूर्णिमा को हर्षोल्लास के साथ मां लक्खी की पूजा करते हैं, जिसे कोजोगोरी लक्खी पूजा कहा जाता है। लोग रातभर जागकर समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी की आराधना करते हैं।

Anuradha Pandey

लेखक के बारे में

Anuradha Pandey
अनुराधा पांडे लाइव हिन्दुस्तान में एस्ट्रोलॉजी और करियर सेक्शन लीड कर रही हैं। इन्हें पत्रकारिता जगत में करीब डेढ़ दशक का अनुभव है। ज्योतिष और धर्म-अध्यात्म से जुड़े विषयों पर पिछले 10 सालों से लिख रही हैं। इन्होंने हिंदी पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा भारतीय जनसंचार संस्थान, दिल्ली और ग्रैजुएशन दिल्ली विश्वविद्यालय से किया है। लाइव हिन्दुस्तान में करियर का लंबा हिस्सा बीता और काम करते-करते 9 साल हो गए हैं। एस्ट्रोलॉजी और करियर से जुड़ी खबरों के अलावा हेल्थ पर लिखने शौक है। इससे पहले तीन साल तक आज तक वेबसाइट में एजुकेशन सेक्शन में भी काम किया है। और पढ़ें
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