
3 अक्टूबर को शनि बदलेंगे चाल से ये राशियां पाएंगी लाभ, 2027 में बदलेंगे राशि, इस राशि से चली जाएगी शनि की साढ़ेसाती
संक्षेप: ज्योतिषशास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है। शनिदेव अनुशासन और मेहनत करने वालों को फल देते हैं। शनि 3 अक्टूबर को नक्षत्र परिवर्तन और 2027 में राशि परिवर्तन कर रहे हैं। आइए जानें इससे किन राशियों पर प्रभाव होगा।
ज्योतिषशास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है। शनिदेव अनुशासन और मेहनत करने वालों को फल देते हैं। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या शनि के राशि के परिवर्तन के हिसाब से बदलती रहती है। अभी 3 अक्टूबर को शनि का नक्षत्र परिवर्तन होने वाला है। अब शनि 2027 में राशि परिवर्तन कर रहे हैं। शनि मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेगें। ऐसे में शनि की साढ़ेसाती का समीकरण भी बदलेगा। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या को लेकर जानें क्या आएगा परिवर्तन।
शनि पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश कर हे हैं। जो गुरु का नक्षत्र में ऐसे में इस नक्षत्र में शनि और गुरु की युति बन जाएगी, जिससे कई राशियों को लाभ होगा। वृषभ राशि के लिए बिजनेस चमकेगा। आप नई ऊंचाइयों में जाएंगे। आपके लिए लाभ के योग बन रहे हैं। लवलाइफ भी सुधरेगी। वहीं मिथुन राशि वालों के लिए शनि मेहनत का फल देंगे। आपको सरकारी नौकरी या किसी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी। तुला राशि वालों की मेहनत रंग लाएगी और बिजनेस में मुनाफा होगा। आपके लिए लाभ के योग है।
आपको बता दें कि 2027 में शनि मेष राशि में प्रवेश करेंगे। शनि के इस प्रवेश से कई राशियों के लिए लाभ के योग बनेंगे। शनि के राशि परिवर्तन होने के बाद से ही शनि के साढ़ेसाती का समीकरण बदल जाएगा। 2027 में जब शनि का राशि परिवर्तन होगा, तब कुंभ राशि के जातक साढ़ेसाती से और सिंह व धनु राशि के जातक ढैय्या से मुक्त हो जाएंगे, लेकिन मीन और मेष पर यह प्रभाव जारी रहेगा। जब शनि किसी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसी राशि के साथ उससे एक राशि पीछे और एक राशि आगे, कुल तीन राशियों पर साढ़ेसाती शुरू होती है। वहीं शनि के गोचर के दौरान जिन राशियों से वह चौथे या आठवें भाव में होते हैं, उन पर ढैय्या का प्रभाव माना जाता है।
डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए वास्तुशास्त्र विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)





