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सावन में रुद्राभिषेक करते समय इन बातों का रखें ध्यान, जानें रुद्राभिषेक के लाभ और नियम

  • Rudrabhishek Vidhi and Niyam : सावन महीने का आरंभ हो चुका है। इस पवित्र महीने में शिव की आराधना और शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करना बेहद शुभ होता है। मान्यता है कि इससे शिवजी प्रसन्न होते हैं।

Arti Tripathi नई दिल्ली, लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 22 July 2024 05:02 PM
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Sawan 2024 Rudrabhishek : सावन का महीना आज यानी 22 जुलाई 2024 से आरंभ हो चुका है और इसका समापन 19 अगस्त 2024 को होगा। सावन माह भगवान भोलेनाथ की पूजा-आराधना का महत्व है। इस माह में भगवान भोलेनाथ के भक्त 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने जाते हैं और शिव मंदिरों में लाखों भक्तों का जमावड़ा लगता है। सावन महीने में रोजाना शिवलिंग पर जल और बेलपत्र अर्पित करना बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि इससे शिवजी प्रसन्न होकर अपने भक्तों को धन,सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करना भी बेहद शुभ फलदायी होता है। इससे जातक पर शिवजी की कृपा हमेशा बनी रहती है। आइए जानते हैं रुद्राभिषेक करने की विधि और नियम...

रुद्राभिषेक की सामग्री : रुद्राभिषेक के लिए फल,सफेद फूल, सिंदूर, चंदन का लेप, धूप-दीप, कपूर, अगरबत्ती,बेलपत्र, गंगाजल, कच्चा दूध,गुलाब जल, इत्र,घी, तेल, बाती समेत पूजा की सभी सामग्री एकत्रित कर लें।

रुद्राभिषेक की विधि :

रुद्राभिषेक के लिए सबसे पहले गणेशजी की विधि-विधान से पूजा करें।

इसके बाद रुद्राभिषेक करने का संकल्प लें। फिर पूजा आरंभ करें।

शिव-गौरी के साथ नौ ग्रहों का स्मरण करके रुद्राभिषेक का उद्देश्य बताएं।

इसके बाद रुद्राभिषेक की प्रक्रिया शुरू करें।

उत्तर दिशा में शिवलिंग स्थापित करें।

रुद्राभिषेक के लिए पूर्व दिशा में बैठ जाएं।

अब मिट्टी से शिवलिंग बनाकर उसपर जलाभिषेक करें।

शिवलिंग पर गंगाजल से स्नान करवाएं।

इसके बाद रुद्राभिषेक में इस्तेमाल होने वाली चीजे शिवजी को चढ़ाएं।

अंत में शिवजी को प्रसाद अर्पित करें।

पूजा में इस्तेमाल किए गए जल और अन्य द्रव्यों को परिवार के सदस्यों पर छिड़कें।

इसे प्रसाद के रूप में भी ग्रहण करें।

रुद्राभिषेक के नियम

शिवलिंग का जो मंदिर नदी के तट या फिर पर्वत के किनारे स्थित हो, वहां स्थित शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करना शुभ फलदायी माना गया है।

मंदिर के गर्भगृह में स्थिति शिवलिंग पर जलाभिषेक करना शुभ होता है।

जल से रुद्राभिषेक करने के लिए तांबे के लौटे का इस्तेमाल करना चाहिए।

घर में स्थापित शिविंलग का भी रुद्राभिषेक कर सकते हैं।

इसके अलावा शिव मंदिर में जाकर रुद्राभिषेक करना लाभकारी माना गया है।

रुद्राभिषेक के फायदे :

मान्यता है कि रुद्राभिषेक से शिवजी प्रसन्न होते हैं और भक्तों को धन, सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।

प्रॉपर्टी से जुड़े विवादों को सुलझाने के लि दही से शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया जा सकता है।

कहा जाता है कि शिवलिंग पर जल अर्पित करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और पैसों की तंगी दूर होती है।

शहद-घी से शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करने से धन-दौलत में वृद्धि के योग बनते हैं।

मान्यता है कि गाय के कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करने से संतान का सुख मिलता है।

दूध में चीनी डालकर शिवलिंग पर चढ़ाने से विद्यार्थियों को बेहद शुभ फल प्राप्त होते हैं और करियर में बड़ी सफलता हासिल होती है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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