वर्ष के प्रारंभ धैर्यशीलता में कमी रहेगी। पांच जनवरी से 25 जनवरी के मध्य मन परेशान हो सकता है। परिवार की समस्याएं परेशान कर सकती हैं। रहन-सहन भी अव्यवस्थित रहेगा। नौकरी में 15 जनवरी के उपरांत कार्यक्षेत्र में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। 22 फरवरी से आय में कमी आ सकती है। सेहत का ध्यान रखें। कारोबार में परिश्रम अधिक रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। 16 अप्रैल के बाद शैक्षिक कार्यों में सुधार होगा। धर्म के प्रति श्रद्धा भाव रहेगा। धन की स्थिति में सुधार होगा। नौकरी में किसी विशेष प्रयोजन से विदेश यात्रा के योग बन रहें हैं। यात्रा लाभप्रद रहेगी। 24 मई के उपरांत किसी पुराने मित्र से भेंट हो सकती है। छह सितंबर के बाद किसी सम्पत्ति से धन लाभ हो सकता है। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। वस्त्रों आदि पर खर्च अधिक हो सकते हैं।
उपाय-
1. प्रत्येक शनिवार के दिन शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल के दीपक में थोड़ी सी उड़द की दाल डालकर, दीपक जलाएं।
2. चंदन के इत्र को नहाने के पानी में डालकर स्नान किया करें। पूजा-पाठ में चंदन की सुगंध की धूप या अगरबत्ती जलाया करें।
3. मंगलवार के दिन लाल कपड़े में गुड़ बांधकर मंदिर में हनुमान जी के चरणों में अर्पित किया करें।