मास के प्रारंभ में मन परेशान रहेगा। संयत रहें।क्रोध के अतिरेक से बचें। तीन मार्च से कारोबार में परेशानी आ सकती हैं। सचेत रहें। पांच मार्च से माता के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। खर्चों में वृद्धि होगी। आय में कमी हो सकती है। धर्म के प्रति श्रद्धाभाव बढ़ेगा। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी। संतान की ओर से सुखद समाचार मिल सकते हैं।