Hindi Newsधर्म न्यूज़Raksha Bandhan 2024 Vastu Niyam : follow these vastu tips to tie rakhi on brother wrist

Raksha Bandhan 2024: राखी बांधते समय वास्तु की इन बातों का रखें ध्यान,जानें वैदिक राखी का महत्व

  • Raksha Bandhan 2024 Vastu Niyam : आज रक्षाबंधन के मौके पर शुभ मुहूर्त में भाई को राखी बांधते समय वास्तु के नियमों का कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें। वास्तु में वैदिक राखी को बांधना बहुत शुभ माना गया है।

Raksha Bandhan 2024: राखी बांधते समय वास्तु की इन बातों का रखें ध्यान,जानें वैदिक राखी का महत्व
Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तानMon, 19 Aug 2024 08:25 AM
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Raksha Bandhan 2024 : देशभर में आज यानी 19 अगस्त 2024 को रक्षाबंधन मनाया जा रहा है। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा और पंचक दोनों का साया रहेगा। इस दौरान भाई को राखी बांधना अशुभ माना गया है। इसलिए आज दोपहर 1:32 मिनट के बाद ही बहनें अपनी भाई की सुखी जीवन की कामना करते हुए राखी बांधेगी। भाई को राखी बांधते समय शुभ मुहूर्त के साथ वास्तु के नियमों का भी खास ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं भाई को राखी बांधने के वास्तु नियम...

राखी बांधने के वास्तु नियम:

वास्तु के अनुसार, भाई को राखी बांधते समय वास्तु के नियमों का खास ख्याल रखना चाहिए। राखी बांधते समय बहन का मुख पश्चिम की ओर होना चाहिए और भाई का मुख पूर्व की ओर होना चाहिए। मान्यता है कि अन्य दिशाओं में मुख करके राखी बांधने या बंधवाने से जीवन में नेगेटिविटी बढ़ती है।

भाई को लाल,गुलाबी,पीला और ऑरेंज कलर की राखी बांधना शुभ माना जाता है। नीले या काले रंग की राखी बांधने से बचें।

वास्तु के अनुसार, राखी बांधते समय बहन को भाई का सिर रुमाल से ढक देना चाहिए और स्वंय भी सिर ढककर रखना चाहिए।

मान्यता है कि राखी बांधते समय भाई को लकड़ी की एक छोटी चौकी या पाट पर बैठना चाहिए। वहीं, बहन को कुश के आसन पर बैठना चाहिए।

राखी बांधते समय काले और नीले रंग का वस्त्र न धारण करें। इस दिन पीले,गुलाबी या नारंग रंग के वस्त्र पहन सकते हैं।

वास्तु में भाई की कलाई पर वैदिक राखी बांधना बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि वैदिक राखी बांधने से भाई के जीवन से सभी दुख-कष्ट दूर होते हैं। रिश्तों में प्यार और सद्भाव बढ़ता है। भाई को समाज में खूब मान-सम्मान मिलता है।

वैदिक राखी : वैदिक राखी बांधने के लिए एक रेशमी कपड़े में दूर्वा,अक्षत,सरसों के दाने,केसर, चंदन पाउडर और चांदी का एक छोटा-सा टुकड़ा या सिक्का रख लें और सिलाई कर दें। अब इसे कलावे के साथ बांध दें और शुभ मुहूर्त में इस वैदिक राखी को भाई की कलाई पर बांध दें।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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