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Pitrupaksh:पितृदोष से बचने के लिए क्या उपाय करें

Pitrupaksh:पितृदोष से बचने के लिए क्या उपाय करें

संक्षेप: इस साल पितृपक्ष 21 सितंबर तक है। पितृपक्ष में पितृदोष शांति के उपाय करने चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि पितृदोष आपको दिखाई नहीं देता, लेकिन इससे आपके घर की तरक्की रूक जाती है। परिवार में लड़ाई झगड़े होते है और संतान आदि की समस्या रहती है, घर में कोई न कोई बीमार ही रहता हो।

Wed, 10 Sep 2025 11:06 AMAnuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तान
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इस साल पितृपक्ष 21 सितंबर तक है। पितृपक्ष में पितृदोष शांति के उपाय करने चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि पितृदोष आपको दिखाई नहीं देता, लेकिन इससे आपके घर की तरक्की रूक जाती है। परिवार में लड़ाई झगड़े होते है और संतान आदि की समस्या रहती है, घर में कोई न कोई बीमार ही रहता हो। पितृदोष से बचने के लिए हर अमावस्या पर पितरों के लिए तर्पण करें और उनके नाम से दान करें। पितरों द्वारा रुष्ट होने के कारण पितृदोष आपको हमेशा परेशान करता है। इसलिए पितरों के इस दोष से बचने के लिए अपने सभी पितरों का उनकी तिथि के दिन श्राद्ध करें। ऐसा कहा जाता है कि पितर तृ्पत होने के आस से पितृपक्ष में आते हैं। इस दौरान अगर कोई पितरों का श्राद्ध नहीं करता है, वो बिना तृप्त होकर वापस लौट जाते हैं। जिससे दुखी होकर वे दुखी होते हैं। इसलिए पितरों को तृप्त और उनका आभार प्रकट करने के लिए हमें पितृपक्ष में श्राद्ध और तर्पण करना चाहिए।

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वेदों और पुराणों में पितरों की संतुष्टि के लिए मंत्र ,स्तोत्र एवं सूक्तों का वर्णन है जिसके नित्य पठन से किसी भी प्रकार की पितृ बाधा क्यों ना हो ,शांत हो जाती है। अगर नित्य पठन संभव ना हो , तो कम से कम प्रत्येक माह की

अमावस्या को पितरों के लिए भोजन घी एवं एक रोटी गाय को खिलाएं, उनको अग्यारी दें, पांच जगह उनके लिए भोजन निकालें और तर्पण करें,इससे भी पितृ दोष शांत होता है। अमावस्या की शाम को एक उड़द की दाल का तेल का दीपक पीपल के नीचे जलाएं।

पितृदोष को शांत करने का सबसे उत्तम उपाय है, सूर्य को जल अर्पित करना। सूर्य को ताम्बे के लोटे में जल भरकर ,लाल फूल ,लाल चंदन,रोली से सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए। रोजाना एक स्टील के लोटे में काले तिल, जौ एवं सफेद फूल डालकर दक्षिण दिशा में अपने पितरों को जल दें।

पितृपक्ष में पिंड दान ,गौ -दान ,तालाब आदि बनवाना से भी पितृदोष खत्म होता है। पितृ पक्ष में नित्य रात को रसोई में पानी रखने के स्थान पर एक तेल का दीपक जलाएं। गीता के सप्तम अध्याय का पाठ करें। प्रतिदिन गाय, कौवा एवं कुत्ते को रोटी दें।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियां मान्यताओं पर आधारित हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

Anuradha Pandey

लेखक के बारे में

Anuradha Pandey
अनुराधा पांडे लाइव हिन्दुस्तान में एस्ट्रोलॉजी और करियर सेक्शन लीड कर रही हैं। इन्हें पत्रकारिता जगत में करीब डेढ़ दशक का अनुभव है। ज्योतिष और धर्म-अध्यात्म से जुड़े विषयों पर पिछले 10 सालों से लिख रही हैं। इन्होंने हिंदी पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा भारतीय जनसंचार संस्थान, दिल्ली और ग्रैजुएशन दिल्ली विश्वविद्यालय से किया है। लाइव हिन्दुस्तान में करियर का लंबा हिस्सा बीता और काम करते-करते 9 साल हो गए हैं। एस्ट्रोलॉजी और करियर से जुड़ी खबरों के अलावा हेल्थ पर लिखने शौक है। इससे पहले तीन साल तक आज तक वेबसाइट में एजुकेशन सेक्शन में भी काम किया है। और पढ़ें
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