धनी व दीर्घायु होता है ऐसा आदमी
सामुद्रिक शास्त्र, भारतीय ज्योतिष का एक प्रमुख अंग है। इसके आधार पर विभिन्न अंगों की सरंचना को देख आप व्यक्ति के बारे में बता सकते हैं। किसी पुरुष के माथे से भी बहुत कुछ आकलन किया जा...
लाइव हिन्दुस्तान टीम,मेरठWed, 09 May 2018 08:41 PM
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सामुद्रिक शास्त्र, भारतीय ज्योतिष का एक प्रमुख अंग है। इसके आधार पर विभिन्न अंगों की सरंचना को देख आप व्यक्ति के बारे में बता सकते हैं। किसी पुरुष के माथे से भी बहुत कुछ आकलन किया जा सकता है। जानिए क्या कहती हैं पुरुषों के माथे की रेखाएं।
- किसी मनुष्य के ललाट में स्वच्छ, सरल, पूर्ण रेखा होने से वह व्यक्ति सुखी एवं दीर्घायु होता है। छिन्न-भिन्न रेखा से दुःखी और अल्पायु माना जाता है। ललाट में उद्धव रेखा, त्रिशूल व स्वास्तिक आदि के बने होने से धन, पुत्र एंव स्त्री युक्त होकर मनुष्य सुखमय जीवन व्यतीत करता है।
- जिसके मस्तक पर रेखा नहीं होती है वह पुरूष धनी व दीर्घायु होता है। जिनका ललाट गहरा हो वह पुरुष अपराध करने से भी पीछे नहीं हटता।
- जिस व्यक्ति का माथा उपर उठा हो तथा नीचे से झुका हो, वह मनुष्य एकाधिक स्त्रियों से विवाह करने वाला होता है। ऐसे पुरूष अधिक शिक्षा प्राप्त करके उच्च मुकाम हासिल कर लेते है। इनका स्वास्थ्य बहुत अच्छा नहीं होता है।
- जिस पुरूष का मस्तक चौड़ा हो वह व्यक्ति अधिक पुत्रों वाला होता है, परन्तु काम-धन्धे को लेकर परेशान रहता है। इनकी सन्तान भाग्यशाली एवं होती है।
- जिस पुरूष का मस्तक छोटा हो वह मनुष्य अधिक पुत्रियों वाला होता है। ऐसे व्यक्ति कठोर परिश्रम करके ही अपने जीवन का निर्वाहन कर पाते है।
- जिस व्यक्ति के मस्तक पर छोटा सा चांद बना हो उस मनुष्य पर ईश्वर की विशेष कृपा होती है। ऐसे पुरूष उच्च स्तर के सन्यासी, उपदेशक एवं योगी होते है।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य व सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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