हथेली में ये चार निशान तय करते हैं आपका जीवन
हमारे आसपास बहुत से लोग ऐसे हैं जो मामूली कोशिश करते ही सफल हो जाते हैं। वे जिस काम में हाथ डालते हैं उसमें चुटकियों में सफलता पा लेते हैं। दूसरी ओर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो जीवनभर दिन-रात मेहनत करते...
हमारे आसपास बहुत से लोग ऐसे हैं जो मामूली कोशिश करते ही सफल हो जाते हैं। वे जिस काम में हाथ डालते हैं उसमें चुटकियों में सफलता पा लेते हैं। दूसरी ओर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो जीवनभर दिन-रात मेहनत करते हैं और मनचाही सफलता नहीं मिलती। हस्तरेखा के अनुसार हाथों में बनने वाली कुछ रेखा और चिह्नों का इसमें बड़ा योगदान रहता है। शुभ या अशुभ निशान व्यक्ति को सफलता या विफलता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि अच्छे निशान हैं तो सफलता मिलती रहती है और व्यक्ति को धन मिलता रहात है। अशुभ निशान व्यक्ति को परेशानी में डालता रहात है। मनचाही सफलता नहीं मिल पाती। पं.अभि भारद्वाज के अनुसार हाथ में ऐसे ही कुछ खास चिह्न हैं जिनका होना या नहीं होना जीवन में बहुत मायने रखात है।
- इसमें पहला निशान है हथेली पर अच्छी भाग्य रेखा। यदि हाथ में अच्छी भाग्यरेखा है तो व्यक्ति भाग्यशाली होता है। इससे उसके जीवन में धन-दौलत की कमी नहीं होती। अगर व्यक्ति की भाग्यरेखा कमजोर, टूटी-फूटी या अन्य कोई रेखा उसको काटते हुए जाए तो ऐसे व्यक्ति का साथ नहीं देता। उसे जीवनभर तंगी बनी रहती है।
- दूसरा निशान है सूर्य रेखा। अच्छी सूर्य रेखा व्यक्ति के मान-सम्मान में बढोतरी करती है। अगर किसी व्यक्ति की हथेली में सूर्य रेखा ना हो तो उसे जीवन में अपेक्षित मान-सम्मान नहीं मिल पाता। मेहनत के अनुसार भी उसे सफलता नहीं मिल पाती।
- तीसरा निशान है हथेली पर स्थित पर्वतों का सही से उभार नहीं होना। यदि हथेली के सभी पर्वत ठीक से उभरे हुए नहीं हैं तो व्यक्ति का भाग्य साथ नहीं देता।
- चौथा लक्षण है हाथ में जरुरत से अधिक क्रॉस के निशान। कुछ लोगों की रेखाएं बिल्कुल स्पष्ट होती हैं जबकि कुछ में बहुत से क्रॉस के निशान होते हैं। जरूरत से ज्यादा क्रास के निशान होने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति सही नहीं रहती।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)
हाथ में हो यह रेखा तो नहीं रहता सफलता का ठिकाना