हस्तरेखा: 20 साल तक होता है इस ग्रह का प्रभाव
हाथ में केतु का स्थान भी बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। जिनके हाथ में केतु अच्छी अवस्था में विकसित होता है वे जीवन में तरक्की करते हैं। हथेली में केतु पर्वत का स्थान मणिबंद के...
हाथ में केतु का स्थान भी बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। जिनके हाथ में केतु अच्छी अवस्था में विकसित होता है वे जीवन में तरक्की करते हैं। हथेली में केतु पर्वत का स्थान मणिबंद के ऊपर तथा शुक्र और चंद्र के बीच होता है। जातक के जीवन में इनका प्रभाव सुख-सुविधा, बैंक बैलेंस और भौतिक उन्नति से होता है। इस ग्रह की दृष्टि जातक के जीवन पर पांच वर्ष से 20 वर्ष तक होती है।
अगर जातक के हाथ में केतु पर्वत विकसित है और जातक की भाग्य रेखा साफ़ है तो जातक अपने जीवन में सभी सुख भोगता है। ऐसे जातक गरीब घर में भी जन्म लेकर अपने जीवन में अच्छी प्रगति करते देखे गए हैं। अगर हाथ में केतु पर्वत कमजोर हो और भाग्य रेखा भी कुछ खास न हो तो जातक अपने जीवन में ज्यादा तरक्की नहीं कर पाता और अपने यौवनकाल तक का समय गरीबी में बीतता है। अगर जातक के केतु पर्वत पर क्रॉस का चिह्न होता है तो वे जातक बचपन में बीमार रहते है या उनकी पढ़ाई अच्छे से नहीं हो पाती। इससे वे पिछड़ जाते हैं।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)