हस्तरेखा विज्ञान में हथेली में स्थित प्रत्येक सूक्ष्म रेखा, निशान और चिह्न का अपना-अपना अर्थ होता है। हथेली में कुछ निशान ऐसे भी होते हैं जो भाग्य में बड़ा बदलाव कर सकते हैं। देखा गया है कि लोग रेखाओं का अध्ययन करते हुए भविष्यवाणी कर देते हैं जबकि इन पर बने चिह्नों को अध्ययन में शामिल नहीं करते। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार ये निशान ना केवल रेखाओं के महत्व और उनके परिणाम को प्रभावित करते हैं, बल्कि इनसे परिणाम में भी अंतर आता है। रेखाओं पर सबसे खास मिलने वाला चिह्न होता है त्रिभुज। त्रिभुज हाथों की रेखाओं के परिणाम को व्यापक रूप से प्रभावित करता है। जिस रेखा पर त्रिभुज बना होता है, उसका परिणाम भी बदल जाता है।
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हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार हाथों में त्रिभुज जितना अधिक साफ, गहरी रेखाओं वाला और बिना किसी दोष का होगा, उसका परिणाम उतना ही शुभ एवं कल्याणकारी होगा। त्रिभुज का आकार भी इसमें मायने रखता है। त्रिभुज जितना बड़ा होगा वह उतना ही लाभदायक और सौभाग्यशाली रहेगा। यदि त्रिभुज कटा हुआ अथवा दूषित हो जाए तो इसके नकारात्मक परिणाम मिलते हैं। त्रिभुज जिस रेखा पर मौजूद होता है उसका गुण भी बढ़ा देता है। लेकिन कुछ विशेष स्थितियों में इसके नकारात्मक परिणाम भी आते हैं।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)