सफल प्रेमी और अच्छा कवि होता है ऐसा आदमी
यदि किसी के हाथ में शुक्र पर्वत का विकास पूरी तरह से हुआ है, लेकिन उसकी मस्तिष्क रेखा संतुलित नहीं है तब ऐसा व्यक्ति प्रेम एवं भोग के क्षेत्र में बदनाम हो जाता है। पं.शिवकुमार शर्मा के अनुसार इन...
यदि किसी के हाथ में शुक्र पर्वत का विकास पूरी तरह से हुआ है, लेकिन उसकी मस्तिष्क रेखा संतुलित नहीं है तब ऐसा व्यक्ति प्रेम एवं भोग के क्षेत्र में बदनाम हो जाता है। पं.शिवकुमार शर्मा के अनुसार इन व्यक्तियों में प्रेम वासना की अधिक होती है। किसी भी व्यक्ति के हाथ में शुक्र पर्वत का उभार उसे तेजस्वी बनाता है। उसके चेहरे के आकर्षण से व्यक्ति आकर्षित हुए बिना नहीं रह पाते। ऐसे व्यक्ति अपने काम और जिम्मेदारी के प्रति पूरी तरह से सजग रहते हैं। सुन्दर तथा कलात्मक चीजों के प्रति इनका प्रेम होता है। यदि किसी की हथेली खुरदरी है और शुक्र पर्वत बहुत ज्यादा विकसित हो तो ऐसा व्यक्ति भोगी होता है। ऐसे व्यक्ति केवल भौतिक सुखों के गुलाम होते हैं। लेकिन अगर हथेली चिकनी, मुलायम है और शुक्र पर्वत पूरी तरह से विकसित हो तब ऐसा व्यक्ति एक सफल प्रेमी तथा उत्कृष्ट कवि होता है।
किसी भी व्यक्ति के हाथ में शुक्र पर्वत की अनुपस्थिति उसके जीवन में दु:ख तथा परेशानियां पैदा करती है। यदि किसी व्यक्ति के हाथ में शुक्र पर्वत का झुकाव मंगल पर्वत की ओर हो तो ऐसा व्यक्ति व्यक्ति प्रेम के मामलों में बेहद निर्मम होता है। यदि अंगूठे का सिरा कोणदार हो और शुक्र पर्वत विकसित हो तब ऐसा व्यक्ति कलात्मक रुचि वाला होता है। यदि अंगूठे का सिरा वर्गाकार हो तो वह समझदार और तर्क से काम लेने वाला होता है। अंगूठे का फैला हुआ सिरा दयालुता का संकेत देता है।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)