बचपन में ही दूल्हा बन जाता है ऐसा आदमी
यदि बुध क्षेत्र के भीतर आड़ी रेखाएं हों तो वे विवाह की सूचक नहीं बल्कि बुध क्षेत्र के गुणों में विपरीत या दूषित प्रभाव उत्पन्न करती हैं। करतल के बाहर से आकर बुध क्षेत्र में प्रवेश करने वाली सीधी,...
यदि बुध क्षेत्र के भीतर आड़ी रेखाएं हों तो वे विवाह की सूचक नहीं बल्कि बुध क्षेत्र के गुणों में विपरीत या दूषित प्रभाव उत्पन्न करती हैं। करतल के बाहर से आकर बुध क्षेत्र में प्रवेश करने वाली सीधी, स्पष्ट और सुंदर रेखाएं ही सुखद वैवाहिक जीवन का संकेत देती हैं। यदि विवाह रेखा का आरंभ हृदय रेखा के भीतर से हो या उच्च मंगल क्षेत्र से निकलकर बुध क्षेत्र में चाप खंड की तरह प्रवेश करे तो ऐसे जातक का विवाह अबोध अवस्था में हो जाता है। ऐसे विवाह प्राय: बेमेल होते हैं जो आगे चलकर अस्थिरता या दुख का कारण बनते हैं। यदि इस योग के साथ जातक के हाथ में मध्य बुध क्षेत्र में दूसरी स्पष्ट विवाह रेखा मौजूद हो तो दूसरे विवाह की संभावना अधिक रहती है।