Hindi Newsधर्म न्यूज़Half moon in palm meaning Palmistry Does joining your two palms make a half moon Know its meaning

Palmistry: क्या आपकी दोनों हथेलियों को मिलाने पर बनता है आधा चांद? जानें इसका अर्थ

  • Half moon in palm meaning: अक्सर आपने देखा होगा कि दोनों हथेलियों को मिलाने पर अर्ध चंद्र बनता है। अगर आपकी हथेली पर भी बनता है आधा चांद तो जानें हथेली पर बनने वाला आधा चांद शुभ या अशुभ-

Palmistry: क्या आपकी दोनों हथेलियों को मिलाने पर बनता है आधा चांद? जानें इसका अर्थ
Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानFri, 13 Sep 2024 05:31 AM
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Half moon in palm: हस्त रेखा विज्ञान में हथेली की आड़ी तिरछी रेखाओं व बनने वाले आकार का बहुत महत्व है। इन रेखाओं व चिन्ह के जरिए व्यक्ति के जीवन, स्वभाव व भविष्य के बारे में पता लगाया जाता है। ऐसा ही अधूरा चांद हथेली पर बनने वाला एक निशान है। इस अधूरे चांद की खास बात यह है कि दोनों हथेलियों को मिलाने पर एक अर्ध वृताकार की रेखा बनती है, जिसे हस्त रेखा शास्त्र में अधूरा चांद कहा गया है। इसे अर्धचंद्र के नाम से भी जानते हैं।

अधूरे चांद बनने वाले व्यक्ति का स्वभाव - हस्त रेखा शास्त्र के अनुसार, हथेली पर अधूरे चांद का बनना शुभ माना गया है। इसका अर्थ है कि व्यक्ति बुद्धिमान, चतुर व विवेकशील होता है। ये लोग अच्छे वक्ता व संवादक भी माने जाते है। कहा जाता है कि ये लोग क्रिएटिव होते हैं और कला, संगीत या साहित्य के क्षेत्र में सफलता हासिल करते हैं। ये जातक जीवट किस्म के माने जाते हैं। ये मुश्किल परिस्थितियों में धैर्यवान होते हैं।

हथेली पर बनने वाले अधूरे चांद से जुड़ी खास बातें

1. हस्त रेखा शास्त्र के अनुसार, जिसकी हथेली में जितना सुंदर व उत्तम अधूरा चांद बनता है उन्हें उतना ही सुंदर व आकर्षक जीवनसाथी मिलता है।

2.मान्यता है कि अगर अर्ध चंद्र बहुत गहरा या टूटा हुआ हो तो यह नकारात्मक संकेत देता है। इसका अर्थ है कि व्यक्ति का व्यक्तित्व अस्थिर व चंचल है। ऐसे लोगों को जीवन में फैसले लेने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

3. कहा जाता है कि अगर अधूरा चांद जीवन रेखा या हृदय रेखा के समीप हो, तो यह शुभ माना गया है। अगर यह भाग्य रेखा के पास होता है तो, मिले-जुले परिणाम मिलते हैं।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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