महा मृत्युंजय मंत्र,Mahamrityunjaya mantra in Hindi- Maha mrityunjaya mantra meaning
sawan
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शिव यानी कल्याणकारी। "शि" का अर्थ है, पापों का नाश करने वाला, जबकि "व" का अर्थ है, देने वाला । शिव-स्वरूप बताता है कि उनका रूप विराट और अनंत है,महिमा अपरंपार है ।

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महा मृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjaya Mantra)

महामृत्युंजय मंत्र

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  • ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
    उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

भगवान शिव के त्यौहार एवं तिथियाँ

  • उपवास और त्यौहारतिथि
  • शिवरात्रि मासिक, कांवड़ जल अर्पित2 अगस्त
  • सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई
  • साावन का दूसरा सोमवार29 जुलाई
  • सावन का तीसरा सोमवार 5 अगस्त
  • सावन का चौथा सोमवार12 अगस्त
  • सावन का पांचवा सोमवार19 अगस्त
  • मंगला गौरी व्रत पहला 23 जुलाई23 जुलाई
  • मंगला गौरी व्रत दूसरा 30 जुलाई30 जुलाई
  • मंगला गौरी व्रत तीसरा6 अगस्त
  • मंगला गौरी व्रत13 अगस्त
  • सावन का पहला प्रदोष व्रत 1 अगस्त
  • हरियाली तीज7 अगस्त
  • नाग पंचमी9 अगस्त
  • सावन का दूसरा प्रदोष व्रत17 अगस्त
  • कजरी तीज22 अगस्त
  • हरतालिका तीज6 सितंबर
  • मासिक शिव रात्रि14 अगस्त
  • महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025
  • गणगौर पूजा सोमवारमार्च 31 2025

Mahamrityunjay Mantra in Hindi - ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्, यह महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव का अत्यंत शक्तिशाली और जीवनदायिनी मंत्र है। इस मंत्र का रोज जाप मन, तन और जीवन को ऊर्जा, शांति और सुरक्षा प्रदान करता है। माना जाता है कि महामृत्युंजय मंत्र का जाप मृत्यु के भय को दूर करता है और रोगों से मुक्ति दिलाकर आयु, स्वास्थ्य और मानसिक शक्ति में वृद्धि करता है। खासकर सावन, महाशिवरात्रि और संकट के समय इसका जाप अत्यंत कल्याणकारी होता है।

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भगवान शिव के प्रमुख मंदिर:

  • मंदिरस्थान
  • काशी विश्वनाथ मंदिरवाराणसी, उत्तर प्रदेश
  • केदारनाथ मंदिरकेदारनाथ, उत्तराखंड
  • महाकालेश्वर मंदिरउज्जैन, मध्य प्रदेश
  • सोमनाथ मंदिरप्रभास पाटन, गुजरात
  • त्र्यंबकेश्वर मंदिरनासिक, महाराष्ट्र
  • भीमाशंकर मंदिरपुणे, महाराष्ट्र
  • रामेश्वरम मंदिररामेश्वरम, तमिलनाडु
  • लिंगराज मंदिरभुवनेश्वर, ओडिशा
  • बैद्यनाथ मंदिरदेवघर, झारखंड
  • नागेश्वर ज्योतिर्लिंगद्वारका, गुजरात
  • कैलाश मंदिरएलोरा, महाराष्ट्र
  • ग्रिशनेश्वर मंदिरऔरंगाबाद, महाराष्ट्र
  • ओंकारेश्वर मंदिरखंडवा, मध्य प्रदेश
  • अमरनाथ गुफा मंदिरजम्मू और कश्मीर

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महा मृत्युंजय मंत्र से जुड़े प्रश्न और उत्तर

  • महामृत्युंजय मंत्र का पाठ सावन सोमवार (Sawan Somwar) को क्यों शुभ माना जाता है?

    सावन सोमवार भगवान शिव को अति प्रिय होता है। इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से विशेष फल प्राप्त होता है और मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं।

  • महामृत्युंजय मंत्र का शाब्दिक अर्थ क्या है?

    महामृत्युंजय मंत्र शिव को तीन नेत्रों वाले, सुगंधित और जीवन को पुष्ट करने वाले रूप में पूजता है और मृत्यु के बंधन से मुक्ति की प्रार्थना करता है।

  • महामृत्युंजय मंत्र कितनी बार जपना चाहिए?

    महामृत्युंजय मंत्र कम से कम 108 बार (एक माला) जप करना चाहिए। विशेष दिनों जैसे शिवरात्रि या सावन सोमवार को 1008 बार जप करना अति फलदायी होता है।